छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
गोरखपुर 08 जुलाई 2023। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को गोरखपुर की गीता प्रेस के शताब्दी वर्ष समारोह के समापन कार्यक्रम में शामिल हुए। पीएम ने कहा, “गीता प्रेस विश्व का ऐसा इकलौता प्रिंटिंग प्रेस है, जो सिर्फ संस्था नहीं, बल्कि जीवंत आस्था है। मानव मूल्यों को बचाने के लिए गीता प्रेस जैसी संस्थाएं जन्म लेती हैं। पीएम ने कहा, “गीता प्रेस का कार्यालय करोड़ों-करोड़ लोगों के लिए किसी मंदिर से कम नहीं है। इसके नाम और काम में भी गीता है। जहां गीता है वहां साक्षात् कृष्ण भी हैं। वहां करुणा है, ज्ञान भी है। वहां विज्ञान का शोध भी है। यहां सब वासुदेवमय है।”
संतों के आशीर्वाद से ऐसे संस्थान बनते हैं
पीएम मोदी ने कहा, “सावन का पवित्र माह, इंद्र देव का आशीर्वाद, संतों की कर्मस्थली.. ये गोरखपुर की गीता प्रेस। जब संतों का आशीर्वाद फलीभूत होता है, तब ऐसे संस्थान बनते हैं। मुझे भी चित्रमय और नेपाली भाषा के शिव पुराण का सौभाग्य मिला है।
वंदे भारत ट्रेन चलाने के लिए नेता चिट्ठियां लिख रहे
पीएम ने कहा, “इस बार का मेरा गोरखपुर का दौरा ‘विकास भी-विरासत भी’ की नीति का अद्भुत उदाहरण है। गीता प्रेस के इस कार्यक्रम के बाद मैं गोरखपुर रेलवे स्टेशन जाऊंगा। आज से ही गोरखपुर रेलवे स्टेशन के आधुनिकीकरण का काम भी शुरू होने जा रहा है।”
पीएम ने कहा, “वंदे भारत ट्रेन ने देश के मध्यम वर्ग को सुविधा और सहूलियत की एक नई उड़ान दी है। आज देश के कोने-कोने से नेता मुझे चिट्ठियां लिखकर कहते हैं कि हमारे क्षेत्र से भी वंदे भारत ट्रेन चलाइए। ये वंदे भारत का क्रेज है।”
गीता प्रेस ने समर्पित नागरिकों का निर्माण किया
उन्होंने कहा, “मुझे बताया गया कि गांधी जी ने सुझाव दिया था कि कल्याण पत्रिका के लिए विज्ञापन न लिया जाए। आज भी कल्याण पत्रिका गांधी जी के सुझाव का पालन कर रही है। गीता प्रेस से करोड़ों किताब प्रकाशित हो चुकी हैं। ये किताब लागत से कम मूल्य पर बिकती हैं। घर-घर पहुंचाई जाती है। आप कल्पना करिए कितने ही लोगों को इन किताबों ने कितने समर्पित नागरिकों का निर्माण किया। मैं ऐसे लोगों को प्रणाम करता हूं।”
‘गीता प्रेस भारत काे जोड़ती है’
पीएम ने कहा, “गीता प्रेस भारत को जोड़ती है। देशभर में इसकी 20 शाखाएं हैं। देशभर के हर रेलवे स्टेशन पर गीता प्रेस का स्टॉल देखने को मिलता है। 1600 प्रकाशन होते हैं। गीता प्रेस 1 भारत श्रेष्ठ भारत को, प्रतिनिधित्व देती है। गीता प्रेस ने 100 वर्ष का सफर ऐसे समय में पूरा किया है। जब देश आजादी के 75 वर्ष पूरे होने का उत्सव मना रहा है।” पीएम ने सबसे पहले पीएम ने लीला चित्र मंदिर को देखा। यहां टेसू के फूलों से बने 675 साल पुराने राम-कृष्ण के चित्र को देखा। पहली प्रिंटिंग मशीन भी देखी।
सीएम योगी बोले- ये नया भारत है, दुनिया की सबसे बड़ी ताकत बन रहा
सीएम योगी ने कहा, “हम सभी ने बीते 9 वर्षों में भारत के विकास की यात्रा के साथ-साथ आस्था और विरासत को मिल रहे सम्मान व वैश्विक स्तर पर मिल रही पहचान को देखा है। ये नया भारत प्रधानमंत्री जी का अनुगामी बनकर, उनके मार्ग का अनुसरण करते हुए दुनिया की सबसे बड़ी ताकत के रूप में स्थापित करने के उनके संकल्पों के साथ कार्य कर रहा है।”
सीएम ने कहा, “गीता प्रेस अपनी 100 वर्ष की शानदार यात्रा को लेकर आगे बढ़ा है, लेकिन विगत 75 वर्षों में आज तक कोई प्रधानमंत्री गीता प्रेस में नहीं आया। योग भारत की अति प्राचीन विधा रही है, लेकिन पहली बार योग को वैश्विक मान्यता मिली है। 21 जून की तिथि को संयुक्त राष्ट्र संघ के द्वारा विश्व योग दिवस के रूप में मान्यता देकर प्रधानमंत्री जी के प्रस्ताव को वैश्विक मान्यता दी गयी है।”
रामगढ़ ताल कभी अपराधियों का अड्डा था
योगी ने कहा, “अयोध्या में भव्य मंदिर का निर्माण हुआ। गरीब कल्याण की जितनी योजनाएं भारत में चल रही है, उस पैमाने पर विश्व का कोई देश नहीं पहुंच सका है। रामगढ़ ताल कभी अपराधियों का अड्डा था। आज सौंदर्यीकरण के बाद नई पहचान पा चुका है। एक नई कनेक्टिविटी के साथ उड़ान योजना के अंतर्गत 2017 में भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कर कमलों से गोरखपुर से उड़ान शुरू किया गया। 14 फ्लाइट यहां से उड़ान भर रही है। आज गोरखपुर से वंदे भारत की नई ट्रेन भी मिलने वाली है।”
गीता प्रेस पर दिखाई गई डाक्यूमेंट्री
गीता प्रेस शताब्दी वर्ष समापन समारोह में पीएम मोदी, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और सीएम योगी मौजूद हैं। सीएम योगी के सम्बोधन के बाद गीता प्रेस पर एक डाक्यूमेंट्री भी दिखाई गई।