छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
बलिया 19 जून 2023। भीषण गर्मी और लू के बीच यूपी के बलिया जिला अस्पताल में मरीजों की मौत का सिलसिला जारी है। अस्पताल में शनिवार की देर रात सोमावर सुबह तक पांच मौतें हुई हैं। मौत की वजह साफ नहीं है, लेकिन लू लगने से मौत की आशंका जताई जा रही है। जिला अस्पताल की मौतों के अलावा चार अन्य की मौत हुई है। जानकारी के मुताबिक, 10 से 18 जून के बीच बलिया जिला अस्पताल में 124 लोगों की मौत हो गई। इससे शासन स्तर पर हड़कंप मचा है। लखनऊ से तीन सदस्यीय जांच टीम भी भेजी गई है। इस बीच अस्पताल में मरीजों के आने का सिलसिला जारी है।
स्वास्थ्य महकमे ने मौत से संबंधित आंकड़े छिपाने शुरू कर दिए हैं। रविवार दोपहर के बाद मौत के आधिकारिक आंकड़े नहीं दिए गए। कहा जा रहा है कि जांच टीम मामले की छानबीन कर रही है। जल्द ही सच सामने आएगा। इधर, जिला अस्पताल में मरीजों की भीड़ बढ़ने के साथ तमाम समस्याएं खड़ी हो गई हैं। गम्भीर मरीजों को निजी वाहनों से लेकर पहुंच रहे परिजन स्ट्रेचर न मिलने पर मरीजों को गोद या हाथों से टांग कर इमरजेंसी कक्ष में पहुंच रहे हैं।
जिला अस्पताल में पानी का संकट
कर्मचारियों की कमी के कारण वार्डों से स्ट्रेचर वापस नहीं आ रहे हैं। रविवार की सुबह अचानक पानी की सप्लाई बंद होने से खलबली मच गई। मरीज व तीमरदार पीने का पानी के लिए भटकने लगे। सबसे ज्यादा परेशानी नित्यक्रिया को लेकर हो गई। अस्पताल प्रशासन ने आनक फानक में पानी का टैंकर मंगाकर लगवाया। मरीजों की भीड़ बढ़ने व स्वास्थ्यकर्मियों की संख्या कम होने से तमाम परेशानियों का सामना मरीजों को करना पड़ रहा है।
इमरजेंसी में मरीजों के पहुंचने का सिलसिला जारी, रेफर किए जा रहे
भीषण गर्मी व लू के बीच जिला अस्पताल की इमरजेंसी में मरीजों के पहुंचने का सिलसिला रविवार को भी जारी रहा। दोपहर तक ही 100 मरीज भर्ती हुए थे। तेज बुखार, दस्त, उल्टी, सांस की परेशानी सहित आदि लक्षणों वाले मरीज ज्यादा आ रहे हैं। ज्यादातर को रेफर किया जा रहा है। इसी लिहाज से डॉक्टरों व स्वास्थ्यकर्मियों की छुट्ययां रद्द कर दी गई हैं। सीएचसी, पीएचसी के स्वास्थ्यकर्मी भी सक्रियता दिखा रहे हैं।
अखिलेश यादव ने सरकार पर साधा निशाना
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाएं ध्वस्त हैं और बिजली व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है। भीषण गर्मी और लू से आम जनता बेहाल है। गर्मी और लू से बलिया जिला अस्पताल में 24 घंटे में 36 मौतें होना दुर्भाग्यपूर्ण है। अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार ने अपने 6 साल के कार्यकाल में एक भी बिजलीघर नहीं बनाया और न ही एक यूनिट बिजली का उत्पादन बढ़ाया। आज जो बिजली मिल रही है, वो समाजवादी पार्टी की सरकार के समय में बने पॉवर प्लांट के उत्पादन से ही मिल रही है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री हर दिन बड़े-बड़े दावे करते हैं, लेकिन सरकारी अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजों में आवश्यक दवाएं ही नहीं हैं। अब जब पूरा प्रदेश भीषण गर्मी और लू में तप रहा है, तब बिजली संकट होना सरकार की विफलता है। भाजपा सरकार बिजली संकट और स्वास्थ्य के क्षेत्र में पहले से तैयारियां करती तो आज जनता को गर्मी में नहीं उबलना पड़ता।
मौत के आंकड़ों को कंट्रोल करने में जुटा प्रशासन
गर्मी के बीच मरीजों की हो रही मौतों से जिला प्रशासन भी सकते में आ गया है। इतनी बड़ी संख्या में मरीजों की मौत होते देख अब आंकड़ों को कंट्रोल करना शुरू कर दिया गया है। जिला अस्पताल के अधिकारी मौत के आंकड़े को बताने से बचते रहे। दबी जुबां में सिर्फ तीन से चार मौतों की पुष्टि की गई। जिला प्रशासन व स्वास्थ्य महकमे ने रविवार को लू से मौतों की आशंका को सिरे से खारिज कर दिया। इस सिलसिले में जिलाधिकारी रवींद्र कुमार ने वीडियो संदेश भी जारी किया और कहा कि लखनऊ से आई टीम मामले की छानबीन कर रही है। टीम ही मौत की असली वजह बताएगी। मौत की वजह लू बताने के कारण ही प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ दिवाकर सिंह पद से हटाए गए हैं।
राह चलते रास्ते में गिरे और मौत हो गई
भोजपुरी फिल्म निर्माता निर्देशक अजय श्रीवास्तव की माता कर्पूरी देवी (65) पत्नी अशोक श्रीवास्तव का निधन हो गया। परिजन लू लगने की आशंका जता रहे हैं। कर्पूरी देवी किसी कार्य के लिए रामपुर कानूनगोयान ग्राम स्थित घर से बाहर निकली थीं। इस दौरान गर्मी से बीमार हो गईं। तबीयत बिगड़ने पर आनन-फानन में परिजनों ने उन्हें नगर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।
बेल्थरारोड प्रतिनिधि के अनुसार, लालगंज निवासी ओम प्रकाश तिवारी चार-पांच दिन से बैरिया तहसील जाते थे। शनिवार को तहसील से लौटने के बाद गर्मी के कारण उनकी तबीयत खराब हो गई थी। आराम के बाद शाम को बाजार करने गए। रास्ते में ही गिर पड़े। कौशल तिवारी उन्हें अपनी गाड़ी में सीएचसी सोनबरसा पहुंचाया। डॉक्टरों ने जिला चिकित्सालय बाद में जिला चिकित्सालय से उन्हें वाराणसी के लिए रेफर कर दिया। एंबुलेंस से वाराणसी ले जाते समय रास्ते में दम तोड़ दिया। परिजनों के अनुसार, क्षेत्र के कुंडेल ग्राम निवासी विक्रमा राजभर लू के शिकार हो गए। परिजनों ने उन्हें निजी अस्पताल पहुंचाया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। फेफना थाना क्षेत्र के बघेजी निवासी चट्टी सागरपाली से दोपहर में पैदल अपने घर जा रहे बघेजी निवासी लालबाबू सिंह (50) पुत्र स्व. सीताराम सिंह की मौत हो गई।