छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
इंदौर 16 मार्च 2023। इंदौर के महू में एक आदिवासी युवती की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत के बाद बवंडर मच गया है. रातभर प्रदर्शनकारियों ने युवती के शव को रखकर चक्काजाम किया. चक्काजाम खुलवाने पहुंची पुलिस के साथ प्रदर्शनकारियों की हिंसक झड़प हो गई. हिंसक झड़प यहां तक पहुंच गई कि पुलिस को आंसू गैस के गोले से लेकर फायरिंग तक करना पड़ी. बताया जा रहा है कि पुलिस फायरिंग के दौरान भी एक युवक की मौत हो गई है और उसके बाद से पूरे क्षेत्र में तनाव फैल गया है. प्रदर्शनकारियों की तरफ से हुए हमले में बडगोंदा थाना प्रभारी भरत सिंह ठाकुर सहित 6 पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं. विवाद में अब पीसीसी चीफ कमलनाथ भी कूद पड़े हैं. उन्होंने आदिवासी युवती की मौत को मुद्दा बना लिया है. जिसके बाद कुछ ही देर पहले उन्होंने ट्वीट कर इस मामले को लेकर कांग्रेस के बड़े कदम की जानकारी दी है।
पीसीसी चीफ कमलनाथ ने पूरे मामले की जांच के लिए कांग्रेस के आदिवासी विधायकों का एक दल गठित कर उनको घटनास्थल के लिए रवाना कर दिया है. उधर मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार ने इस पूरे मामले की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए है. कुछ ही देर में बीजेपी और कांग्रेस के बीच इस मामले को लेकर तीखी तकरार सामने आ सकती है, क्योंकि पूरा मामला एक आदिवासी युवती की मौत को लेकर है और विधानसभा चुनाव नजदीक होने के कारण आदिवासी मतदाता दोनों ही पार्टियों के कोर एजेंडे में है।
युवती की मौत पर आदिवासियों ने लगाया मामला दबाने का आरोप
क्षेत्र की युवती की मौत पर आदिवासियों का आरोप है कि मामला दबाया जा रहा है। आरोप है कि युवती से बलात्कार के बाद क्षेत्र के दबंगों ने हत्या कर दी है। वहीं पुलिस का कहना है कि युवती की मौत करंट लगने से हुई है। आदिवासियों ने युवती की मौत के बाद सडक़ पर उसका शव रखकर चक्काजाम किया। इसके बाद गुस्साई भीड़ ने पास के थाने पर हमला कर दिया।
छह पुलिसकर्मी घायल, रातभर रहा तनाव
मामला महू के बडगोंदा थाना क्षेत्र का है। बवाल में छह पुलिसकर्मी भी घायल हो गए हैं। घटना के बाद रातभर तनाव रहा। युवती की मौत के बाद परिजन ने बुधवार शाम डोंगरगांव चौकी के सामने युवती का शव रखकर जाम लगा दिया। करीब एक घंटे तक प्रदर्शन चला। इस दौरान गुस्साए लोगों ने पुलिस चौकी पर पथराव कर पुलिस की गाडिय़ों में भी तोडफ़ोड़ की। पुलिस ने हालात पर काबू पाने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े, लाठीचार्ज किया और हवाई फायर किए। बताया जा रहा है कि पुलिसकर्मियों ने बड़ी संख्या में आंसू गैस के गोले भी दागे हैं। बताया जा रहा है कि बवाल में जयस के कार्यकर्ता भी शामिल हैं।
कमलनाथ ने ये किया ट्वीट
‘इंदौर जिले के महू में आदिवासी युवती से सामूहिक दुष्कर्म के बाद हत्या एवं पुलिस फ़ायरिंग में आदिवासी युवक की हत्या ने मध्यप्रदेश में व्याप्त जंगलराज को साबित किया है. मैं इस हृदयविदारक घटना से आहत हूँ, व्यथित हूँ और दुख की इस घड़ी में पीड़ित आदिवासी परिवारों के साथ खड़ा हूँ. मैंने घटना की जाँच के लिये वरिष्ठ आदिवासी विधायकों का एक जाँच दल भी गठित किया है जो घटनास्थल के लिए रवाना हो चुका है. आदिवासियों पर अत्याचार के मामले में पूरे देश में अव्वल मध्यप्रदेश में घटित इस सामूहिक बलात्कार और पुलिस गोलीबारी की घटना ने आदिवासियों को भयभीत कर दिया है. अब इस बीजेपी सरकार से कोई उम्मीद नहीं बची है’.