छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
बिलासपुर 22 दिसंबर 2022। सर्दियों में गिरते तापमान और ठंडी हवा की वजह से सर्दी-जुकाम और खांसी होना आम बात है. फ्लू और जुकाम की समस्या अक्सर लोगों में देखी जाती है. इम्यूनिटी कमजोर होने से ये समस्याएं जल्दी प्रभावित करती हैं और संक्रमण का खतरा भी अधिक होता है. सर्दी, खांसी और गले की खराश के लिए आप मुलेठी का इस्तेमाल कर सकते हैं, सदियों से आयुर्वेद में इसका इस्तेमाल होता आया है. मुलेठी के स्वास्थ्य लाभ किसी से छुपे नहीं हैं. यहां इस जड़ी बूटी के कमाल के फायदों के बारे में बताया गया है।
मुलेठी के फायदे
मुलेठी में एंटी-वायरल, एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-बैक्टीरियल गुण पाए होते हैं, जो पाचन तंत्र के म्यूकोसल हेल्थ को बनाए रखते हैं. ये कब्ज से राहत देती है, गैस्ट्रिक और पेप्टिक अल्सर को रोकती है. इसके अलावा, यह इम्यूनिटी को बढ़ावा देने, बीमारियों और संक्रमणों को दूर रखने के लिए जानी जाती है. यह उच्च कोलेस्ट्रॉल वाले लोगों के लिए फायदेमंद मानी जाती है क्योंकि इस जड़ी बूटी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट रक्त वाहिकाओं को फैलाने में मदद करते हैं और धमनियों में प्लाक के निर्माण से बचाते हैं, इसलिए ये हृदय रोगों के जोखिम को कम करती है।
सर्दी और गले की खराश के इलाज के लिए मुलेठी
शरीर में कई बीमारियों के इलाज में मदद करने के अलावा मुलेठी खांसी और सर्दी को ठीक करने में मदद करती है. गले में खराश और अन्य श्वसन संबंधी परेशानियों में तुरंत राहत देती है. सर्दी और फ्लू से राहत पाने के लिए आप मुलेठी का इस तरह इस्तेमाल कर सकते हैं.
- आप मुलेठी की कुछ टहनियों को पानी में उबाल लें. एक बार हो जाने के बाद, गले की खराश को ठीक करने के लिए इसे धीरे-धीरे पीएं. इसे तैयार करने का एक और तरीका है कि गुनगुने पानी में एक चम्मच शहद और थोड़े से मुलेठी के पाउडर को मिलाएं. यह सूखी खांसी को ठीक करने में मदद कर सकती है।
- आप मुलेठी की जड़ का एक टुकड़ा भी ले सकते हैं, तुलसी और पुदीना या गार्डन मिंट की कुछ पत्तियों में मिला सकते हैं और इसे 10 मिनट के लिए धीमी आंच पर रहने दें. पत्तियों और जड़ों को छान लें और गर्म या गुनगुना पीएं
- इसके अलावा आप मुलेठी को ऐसे ही दांत के नीचे रख सकते हैं, ताकि इसका रस आपके गले मे जाएं।