छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
रायगढ़ 03 अक्टूबर 2022। आज नवरात्रि की अष्टमी है। छत्तीसगढ़ में भी देवी शक्ति की उपासना का पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है। ऐसे में प्रदेश के रायगढ़ में हांडी चौक स्थित दुर्गा पूजा सांप्रादायिक सौहार्द की मिसाल बन गई है। यहां दुर्गा पूजा की शुरुआत साल 1988 में एक मुस्लिम सलीम नियारिया ने की थी। अब यह उनके ही नेतृत्व में 34 सालों से अनवरत जारी है। इसमें हिंदुओं के साथ ही बड़ी संख्या में मुस्लिम भी शामिल होते हैं। खास बात यह है कि दुर्गा पूजा की इस समिति में तीन मुस्लिम भी शामिल हैं।
प्रतिमा से लेकर डेकोरेशन तक मिट्टी से
दरअसल, रायगढ़ में 100 से अधिक स्थानों पर पंडाल लगाकर दुर्गा प्रतिमाएं स्थापित की गई हैं। इन्हीं में से एक है हांडी चौक में स्थापित दुर्गा प्रतिमा। आकर्षक आर्टिफीशियल फूलों से पंडाल को सजाया गया है। इसके अलावा प्रतिमा से लेकर सारा डेकोरेशन मिट्टी से होना इसे और भी खास बनाता है। इससे न केवल पर्यावरण को फायदा होता है, बल्कि बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार भी मिलता है। सलीम बताते हैं कि मुस्लिम कारीगर भी इस आयोजन का हिस्सा हैं, जो पंडाल की साज-सज्जा करते हैं।
हनुमान जी के भी भक्त हैं सलीम
सलीम अभी रायगढ़ नगर निगम के पार्षद हैं। वह न केवन श्रद्धा से देवी मां की आराधना करते हैं, बल्कि नवमी से लेकर विसर्जन तक सारी जिम्मेदारी भी संभालते हैं। सलीम खुद को हनुमान जी का भी भक्त बताते हैं। उनकी यह भक्ति जिम जाने के दौरान शुरू हुई। वह बताते हैं कि जब वह पहले जिम जाते थे। वहां हनुमान जी की प्रतिमा स्थापित थी। जिम शुरू करने से पहले उनकी पूजा की जाती थी। वहीं से वह भी हनुमान जी को मानने लगे। उन्होंने क्षेत्र में एक हनुमान मंदिर की स्थापना भी कराई है।