छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
चंडीगढ़ 31 अगस्त 2022। दिल्ली के बाद, अब आम आदमी पार्टी की एक्साइज पॉलिसी पंजाब में भी विपक्ष के निशाने पर आ गई है. बुधवार को शिरोमणि अकाली दल चीफ सुखबीर सिंह बादल और अन्य विपक्ष के नेताओं ने इस सिलसिले में पंजाब के गवर्नर बनवारीलाल पुरोहित से मुलाक़ात की है और एक्साइज पॉलिसी के ख़लाफ़ एक मेमोरेंडम दिया है. भगवंत मान के राज्य का मुख्यमंत्री बनने के कुछ महीने बाद ही विपक्ष ने 500 करोड़ रुपए के घोटाले का आरोप लगाया है.
सुखबीर सिंह बादल ने ट्वीट कर बताया, “पंजाब गवर्नर को एक मेमोरेंडम दिया और आप सरकार द्वारा एक्साइज पॉलिसी के तहत किए गए 500 करोड़ के घोटाल में सीबीआई और ईडी द्वारा जांच के आदेश देने की मांग की, जो दिल्ली एक्साइज पॉलिसी की ही तरह फ्रेम किया गया है.”
दिल्ली में भी आप निशाने पर
विपक्ष द्वारा यह गंभीर आरोप, मार्च में ही राज्य में आई भगवंत मान की अगुवाई में आप सरकार के कामकाज पर सवालिया निशान लगाते हैं. मार्च महीने में आम आदमी पार्टी ने ऐतिहासिक जीत के साथ पहली बार दिल्ली से बाहर किसी राज्य में सरकार बनाई थी. यह आरोप ऐसे समय में लगाए जा रहे हैं जब आप सरकार की एक्साइज पॉलिसी दिल्ली में जांच के दायरे में हैं. इतना ही नहीं पॉलिसी के संबंध में डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के घर पर सीबीआई की रेड भी हुई है. मामले में ईडी ने भी केस दर्ज की है और जांच में जुटी है.
“केजरीवाल सत्ता के नशे में धुत”
इस बीच आम आदमी पार्टी सिर्फ बीजेपी के ही निशाने पर नहीं है. अन्ना हज़ारे, जिनके भ्रष्टाचार आंदोलन की वजह से आम आदमी पार्टी का उदय हुआ, उसने भी अरविंद केजरीवाल की आलोचना की है और कहा है कि वो आंदोलन से भटक गए हैं. उन्होंने सीएम केजरीवाल को “सत्ता के नशे में धुत” बताया. हालांकि केजरीवाल ने अन्ना हज़ारे के बयान पर बीजेपी को घेरने की कोशिश की और कहा कि बीजेपी राजनीतिक फायदे के लिए एक गांधीवादी के आवाज़ का इस्तेमाल कर रही है.