छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
मुंबई 08 मई 2024। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा है कि भारत में रहकर पाकिस्तान कीभाषा बोलने वालों के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा चलाया जाना चाहिए और उन्हें जेल में डाल देना चाहिए। उन्होंने विपक्षी दलों के नेताओं विजय वडेट्टीवार और फारूक अब्दुल्ला के बयानों को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की बढ़ती लोकप्रियता को लेकर उनकी हताशा करार दिया। शिंदे ने यहां ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, “ये लोग पाकिस्तान की भाषा बोल रहे हैं। क्या यह देश से गद्दारी नहीं है? प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश भर में देशभक्ति की जो लहर चली है, उसे वे बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं। यह कांग्रेस का हाथ, पाकिस्तान के साथ जैसा है।” उन्होंने महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद पवार पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने महाराष्ट्र और केंद्र में अपने लंबे कार्यकाल के दौरान राज्य के लिए “कुछ नहीं” किया। शिंदे ने कहा, “वह इतने लंबे समय तक महाराष्ट्र की राजनीति, राष्ट्रीय राजनीति में रहे हैं। इस दौरान महाराष्ट्र काफी प्रगति कर चुका होता। वह कृषि मंत्री भी थे। हमारी सरकार ने किसानों के लिए जो किया है, वह अब तक कोई सरकार नहीं कर पाई। मैं यह बात पूरे विश्वास के साथ कह सकता हूं।” उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार किसानों को 6,000 रुपये दे रही है, जबकि राज्य सरकार अलग से 6,000 रुपये दे रही है, लिहाजा किसानों को हर साल 12 हजार रुपये दिए जा रहे हैं। उन्होंने कहा, “उन्हें मुफ्त में फसल बीमा मिल रहा है। किसानों के लिए बहुत सारी योजनाएं हैं और हमारी सरकार उन्हें सर्वोच्च प्राथमिकता देती है।” शिंदे ने विपक्षी दलों के कई नेताओं के बयानों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “वे पाकिस्तान के पक्ष में और उसकी भाषा में बोल रहे हैं। यह उनका ही दुर्भाग्य है। लेकिन हम उन लोगों को नहीं छोड़ेंगे जो हमारे देश के खिलाफ बोलते हैं। इन लोगों के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा चलाकर उन्हें जेल में डाल देना चाहिए।” शिंदे ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, “ये लोग भारत में रहते हैं और पाकिस्तान की प्रशंसा करते हैं।
अगर फारूक अब्दुल्ला पूछते हैं कि क्या पाकिस्तान ने चूड़ियां पहन रखी हैं, तो ये लोग कौन हैं? क्या ये पाकिस्तानी हैं या हिंदुस्तानी हैं? क्या वे गद्दार हैं या हमारे अपने नागरिक हैं? ऐसे लोगों के खिलाफ मुकदमा चलाकर इन्हें जेल में डाल देना चाहिए।” मुख्यमंत्री ने कहा, “इसी तरह, शहीद हेमंत करकरे की मौत पर सवाल उठाना कैसी देशभक्ति है? यह कहना कि कसाब की गोली उन्हें नहीं लगी, यह तो वही बात है जो पाकिस्तान कहता था। पाकिस्तान भी कह रहा था कि कसाब उसका आदमी नहीं था, लेकिन आख़िर में उसे मानना पड़ा कि वह पाकिस्तानी नागरिक था।” शिंदे नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख अब्दुल्ला, कांग्रेस नेता वडेट्टीवार और पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी की हालिया टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया दे रहे थे। महाराष्ट्र विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष वडेट्टीवार ने हाल में दावा किया था कि 26/11 के मुंबई आतंकवादी हमले के दौरान महाराष्ट्र आतंकवाद रोधी दस्ते (एटीएस) के प्रमुख रहे करकरे की मौत कसाब की गोली से नहीं बल्कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से जुड़े एक पुलिसकर्मी की गोली लगने से हुई थी। कांग्रेस नेता ने यह बयान मुंबई उत्तर मध्य लोकसभा सीट से भाजपा के उम्मीदवार उज्ज्वल निकम पर निशाना साधते हुए दिया था, जो 26/11 के मुकदमे में विशेष लोक अभियोजक थे।