छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
नई दिल्ली 26 जुलाई 2026 । संसद के मॉनसून सत्र के दौरान राज्यसभा की कार्यवाही में विघ्न डालने और सभापति के समक्ष अभद्र व्यवहार करने के चलते विपक्ष के 11 सांसदों को सदन की कार्यवाही से एक सप्ताह के लिए निलंबित कर दिया गया है। जानकारी के अनुसार, विपक्ष दलों के सांसद सदन के अंदर महंगाई को लेकर सरकार की नीतियों की आलोचना कर रहे थे और अपना विरोध दर्ज कर रहे थे। इससे पहले दिन लोकसभा की कार्यवाही के दौरान अभद्र व्यवहार के आरोप में 4 कांग्रेसी सांसदों को भी एक सप्ताह के लिए निलंबित किया जा चुका है।
मंगलवार को उच्च सदन में कार्यवाही की शुरुआत के साथ ही विपक्षी सांसदों ने महंगाई को लेकर अपना विरोध दर्ज करना शुरू किया। सदन के अंदर नारेबाजी करते हुए विपक्षी सांसद वेल के काफी पास आ गए थे। सभापति की ओर से विपक्षी सांसदों को अपनी सीट पर बैठने का बार-बार आग्रह किया गया। जानकारी के अनुसार, बात न मानने पर सभापति ने विपक्ष के सांसदों के खिलाफ ऐक्शन लिया और एक सप्ताह के लिए सदन की कार्यवाही से उन्हें निलंबित कर दिया।
जिन सांसदों को निलंबित किया गया है उनमें तृणमूल सांसद सुष्मिता देव, डॉ शांतनु सेन, डोला सेन, शांता छेत्री, मोहम्मद अब्दुल्ला, एए रहीम, कनिमोझी, एल यादव और वी वी. शिवादासन, अबीर रंजन विश्वास, नदीमुल हक शामिल हैं। राज्यसभा की कार्यवाही से एक सप्ताह के लिए निलंबित होने वाले सांसदों में सात टीएमसी पार्टी के हैं।
लोकसभा से चार कांग्रेसी सांसदों पर ऐक्शन
बता दें कि एक दिन पहले लोकसभा अध्यक्ष ओम प्रकाश बिड़ला ने भी निचले सदन की कार्यवाही के दौरान अभद्र व्यवहार के आरोप में कांग्रेस के चार सांसदों के खिलाफ ऐक्शन लिया था। दो दिनों में सदन की कार्यवाही से विपक्ष के 19 सांसदों को एक सप्ताह के लिए निलंबित किया जा चुका है।