छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
नई दिल्ली 08 फरवरी 2022। भारतीय जनता पार्टी ने उत्तर प्रदेश चुनाव के लिए मंगलवार को अपना संकल्प पत्र जारी कर दिया। गृह मंत्री अमित शाह की मौजूदगी में ये संकल्प पत्र जारी हुआ। इस बार के लोक कल्याण संकल्प पत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तस्वीर है। दिलचस्प ये है कि 2017 के संकल्प पत्र में कुल छह नेताओं को जगह मिली थी। इनमें योगी आदित्यनाथ शामिल नहीं थे।
2017 में भाजपा ने जो संकल्प पत्र जारी किया था उसमें छह नेताओं की तस्वीर छपी थी। ऊपर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उस वक्त भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की तस्वीरें थीं। कवर के निचले हिस्से में राजनाथ सिंह, कलराज मिश्र, उमा भारती और केशव प्रसाद मौर्य की तस्वीरें थीं। आखिरी पन्ने पर दीनदयाल उपाध्याय की तस्वीर के साथ उनका कहा ‘राष्ट्रवाद हमारी प्रेरणा, सुशासन और विकास से अंत्योदय हमारा लक्ष्य’ भी लिखा था।
उत्तर प्रदेश के नेताओं से साधे गए थे जातीय समीकरण
2017 के घोषणा पत्र में जिन नेताओं को जगह मिली थी उनमें उत्तर प्रदेश के चार नेता शामिल थे। इनमें राजनाथ सिंह ठाकुर जाति से, कलराज मिश्र ब्राह्मण जाति से, केशव प्रसाद मौर्य पिछड़ी जाति से आते थे। उमा भारती के जरिए पार्टी ने महिलाओं और लोध मतदाताओं को साधने की कोशिश की थी।
आखिरी पन्ने पर मिली केशव, स्वतंत्र देव को जगह
इस बार के घोषणा पत्र में आखिरी पन्ने पर छह नेताओं की तस्वीर है। इनमें पहले पन्ने पर छपे प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी भी शामिल हैं। इन दोनों के अलावा भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और दोनों उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और दिनेश शर्मा शामिल हैं।
मंच पर मौजूद नेताओं के चहरे भी बदले
आज संकल्प पत्र जारी करने के लिए मंच पर अमित शाह के साथ केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत दोनों डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और दिनेश शर्मा, प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और घोषणा पत्र कमेटी के अध्यक्ष सुरेश खन्ना मौजूद थे।
2017 में मंच पर थे कलराज मिश्र और स्वामी प्रसाद मौर्य
पिछला घोषणा पत्र पार्टी ने 28 जनवरी 2017 को लखनऊ में जारी किया था। घोषणा पत्र जारी करने के लिए उस वक्त पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे अमित शाह, उत्तर प्रदेश प्रभारी रहे ओम माथुर भी पहुंचे थे। घोषणा पत्र जारी करते वक्त मंच पर अमित शाह और ओम माथुर के साथ तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य, केंद्रीय मंत्री कलराज मिश्र, योगी आदित्यनाथ, स्वामी प्रसाद मौर्य, मनोज सिन्हा और कौशल किशोर मौजूद थे।