छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
जयपुर 12 नवंबर 2020। महिला और बच्चों के सशक्तिकऱण के लिए काम करने वाली आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को खुशी देने वाली खबर है। खबर यह है कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केन्द्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी को पत्र लिखकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, सहायिकाओं और मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के मानदेय बढ़ाने का आग्रह किया। गहलोत ने अपने पत्र में लिखा है कि राज्य में कार्यरत 1,12,236 मानदेय कर्मियों को सम्मानजनक जीवन यापन सुनिश्चित किया जाना चाहिए।
60 प्रतिशत केन्द्र सरकार उपलब्ध करवाएं- गहलोत
अपने पत्र में गहलोत ने अवगत करवाया है कि वर्ष 2020-21 में केन्द्र सरकार से प्राप्त लगभग 270 करोड़ रुपए की राशि के अतिरिक्त राज्य सरकार ने अपने संसाधनों से लगभग 539 करोड़ रुपए का प्रावधान किया है। उनका कहना है कि केन्द्र और राज्यों दोनों की ओर से दी जाने वाली मानदेय राशि में अंतर की स्थिति है। लिहाजा मानदेय कर्मियों के लिए राज्य सरकार की ओर से उपलब्ध करवायी जा रही अतिरिक्त राशि का भी 60 प्रतिशत अंशदान केन्द्र सरकार के स्तर से राज्यों को उपलब्ध करवाया जाए।
गहलोत ने कहा कि कार्य और दायित्वों को देखते हुए मानदेय कम
सीएम गहलोत का कहना है कि केन्द्र सरकार की ओर से महिला एवं बाल विकास विभाग में अंतर्गत कार्यरत आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के लिए 4500 रुपए, मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के लिए 3500 रुपए , सहायिकाओं के लिए 2250 रुपए मासिक मानदेय दिया जाता है। लेकिन इनके कार्य और दायित्वों को देखते हुए यह मानदेय जीविकोपार्जन के लिए कम है। लिहाजा राज्य सरकार की ओर से इस मानदेय के स्थान पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को 7500 रुपए, मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को 5750 रुपए तथा आंगनबाड़ी सहायिकाओं को 4250 रुपए मासिक मानदेय के रूप में दिए जा रहे हैं। लिहाजा इस संबंध में राज्य और केन्द्र दोनों की ओर से समुचित व्यवस्था की जानी चाहिए।