छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
नई दिल्ली 03 जुलाई 2021। भारत के ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह आज अपना 41वां जन्मदिन मना रहे हैं। हरभजन की गिनती भारत के दिग्गज स्पिन गेंदबाजों में की जाती है। भज्जी ने अपनी घूमती गेंदों के दम पर भारत को कई ऐतिहासिक जीत दिलाई, जिसमें सबसे खास रही साल 2001 में कोलकाता में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मिली टेस्ट जीत। हरभजन इस मैच में भारत की तरफ से टेस्ट क्रिकेट में हैट्रिक लेने वाले पहले गेंदबाज बने थे। भज्जी टी-20 वर्ल्ड कप और 2011 विश्व कप विजेता टीम का भी हिस्सा रहे और उन्होंने अपनी गेंदबाजी से अहम योगदान दिया।
हरभजन ने अपने इंटरनेशनल करियर की शुरुआत साल 1998 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए टेस्ट मैच से की थी। क्रिकेट के सबसे लंबे फॉर्मेट में हरभजन ने 103 मैचों में अबतक कुल 417 विकेट अपने नाम किए हैं। अपने टेस्ट करियर में भज्जी 5 दफा एक टेस्ट मैच में 10 विकेट ले चुके हैं, जबकि 25 बार उन्होंने 5 से ज्यादा विकेट चटकाए हैं। साल 2011 में भज्जी भारत की तरफ से टेस्ट क्रिकेट में 400 विकेट लेने वाले पहले ऑफ स्पिनर बने थे। हरभजन ने 2001 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ली पहली हैट्रिक में रिकी पोंटिंग, एडम गिलक्रिस्ट और शेन वॉर्न जैसे बड़े विकेट हासिल करके इतिहास रचा। टेस्ट की तरह वनडे में भी पंजाब के इस खिलाड़ी का प्रदर्शन दमदार रहा। हरभजन ने 1998 में ही न्यूजीलैंड के खिलाफ अपने एकदिवसीय करियर की शुरुआत की थी और अपनी गेंदबाजी से 50 ओवर के इस फॉर्मेट में कई बड़े रिकॉर्ड्स अपने नाम किए। हरभजन ने अबतक खेले 236 वनडे मैचों में कुल 269 विकेट चटकाए हैं और उनका इकॉनमी भी महज 4.31 का रहा है।
टी-20 सिर्फ बल्लेबाजों का गेम है इस बात को हरभजन ने गलत साबित करके दिखाया। भज्जी ने 28 इंटरनेशनल टी-20 मुकाबलों में 25 विकेट चटकाए हैं, लेकिन उनका इकॉनमी महज 6.20 का रहा है। आईपीएल में भी हरभजन ने अपनी गेंदबाजी से दुनियाभर के बल्लेबाजों को परेशान किया और मुंबई इंडियंस को चैंपियन बनाने में अहम भूमिका निभाई। आपको बता दें कि हरभजन उन तीन भारतीय गेंदबाजों में से एक हैं, जिन्होंने टी-20 फॉर्मेट के एक मैच में दो ओवर मेडन फेंके हैं।