छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
लखनऊ 01 मार्च 2023। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वित्तवर्ष 2023-24 के लिए पेश किए गए बजट के आकार पर कहा कि यह बजट पिछले छह साल में प्रदेश की अर्थव्यवस्था में हुए विकास को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि 2017 से पहले बजट का आकार तीन लाख 40 हजार करोड़ था जबकि इस बार हमने 6 लाख 90 हजार करोड़ रुपये का बजट पेश किया है। उन्होंने सपा पर निशाना साधते हुए कहा कि आपने यूपी को बीमारू प्रदेश बना दिया था हम अगले पांच साल में इसे देश की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाएंगे। आपने प्रदेश में माफियाओं को खड़ा किया और प्रदेश को विकास के पैमाने पर पीछे जाने को मजबूर कर दिया।
उन्होंने विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव की नामौजूदगी पर निशाना साधते हुए कहा कि हर समस्या के सामने दो रास्ते होते हैं। एक… निदान के लिए भाग लो या फिर समस्या देखकर ही भाग लो…। जैसे अभी नेता प्रतिपक्ष (अखिलेश यादव) की कुर्सी खाली है वैसे ही प्रदेश की पूर्ववर्ती सरकार समस्याओं से अपना पीछा छुड़ाकर भाग लेती थी।
सत्ता पक्ष का दावा, इससे बेहतर बजट आज तक नहीं बना
मंगलवार को विधान परिषद में बजट सत्र पर चर्चा के दौरान विपक्ष ने छात्रों, नौजवानों एवं किसानों की अनदेखी का आरोप लगाया। जबकि सत्ता पक्ष ने कहा कि इससे बेहतर बजट अब तक नहीं बना है। चर्चा के दौरान दोनों पक्षों के बीच लगातार नोंकझोंक हुई।
सपा एमएलसी आशुतोष सिन्हा ने बजट की चर्चा करते हुए कहा कि अनुसूचित जाति के हॉस्टलों की दशा खराब हैं। इन हॉस्टलों के गिरने से कभी भी बड़ी दुर्घटना हो सकती है। भाजपा एमएलसी डॉ. हरी सिंह ढिल्लो ने कहा कि बजट में हर वर्ग का ख्याल रखा गया है। सपा एमएलसी स्वामी प्रसाद मौर्य ने कानून व्यवस्था का जिक्र करते हुए कहा कि उन पर जानलेवा हमला करने वाले और हत्या की धमकी देने वालों पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।
बीएचयू सहित अन्य विश्वविद्यालयों में जानबूझकर छात्रों को फेल किया जा रहा है। एलआईसी सहित अन्य संस्थाओं का निजीकरण हो रहा है। इस पर विद्यासागर सोनकर ने कहा कि बजट में हर वर्ग का ध्यान रखा गया है। विपक्ष को नहीं दिखाई पड़ रहा है। भाजपा के अरुण पाठक ने कहा कि सरकार ने शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए निरंतर कार्य किया है।