छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
भुवनेश्वर 17 अप्रैल 2023। हनुमान जयंती समारोह के दौरान ओडिशा के संबलपुर में हिंसा के बाद स्थिति सामान्य हो रही है। अधिकारियों ने कहा कि ओडिशा के हिंसा प्रभावित संबलपुर शहर में स्थिति सामान्य हो रही है और शुक्रवार से किसी अप्रिय घटना की खबर नहीं है। इस बीच पुलिन ने हिंसा में कथित तौर पर शामिल होने के आरोप में 79 लोगों को गिरफ्तार किया है। रविवार को पुलिस अधिकारियों ने बताया कि यह हिंसा पूर्व नियोजित थी। हम इसे लेकर जांच कर रहे हैं। संबलपुर में रविवार को विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाएं शांतिपूर्वक संपन्न हुईं, हालांकि वहां कर्फ्यू अब भी लगा हुआ है और इंटरनेट सेवाओं से निलंबन हटाया जाना बाकी है। संबलपुर के एसपी बी गंगाधर ने बताया कि इलाके में इंटरनेट पर रोक के साथ कर्फ्यू अभी भी जारी है। शहर में कर्फ्यू लागू होने के बाद से किसी भी अप्रिय घटना की कोई खबर नहीं है। इसलिए जिला प्रशासन ने कर्फ्यू में और ढील देने का फैसला किया क्योंकि स्थिति में सुधार हुआ है।
आज से कर्फ्यू में और ढील
कर्फ्यू के कारण लगे प्रतिबंधों में सोमवार से सुबह 7.30 बजे से 11.30 बजे और दोपहर 3.30 बजे से शाम छह बजे तक ढील दी जाएगी, जिससे लोगों को अपने दैनिक कार्यों के लिए अपने घरों से बाहर जाने के लिए अधिक समय मिल सकेगा। अधिकारी ने कहा कि इससे पहले छूट की अवधि सुबह आठ बजे से 11 बजे और दोपहर साढ़े तीन बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक थी। डीजीपी सुनील के बंसल ने स्थिति की समीक्षा करने के बाद कहा, हमें उम्मीद है कि दो से तीन दिनों में कर्फ्यू हटा लिया जाएगा। संबलपुर में स्थिति की समीक्षा करने के बाद अतिरिक्त मुख्य सचिव राजस्व एवं आपदा प्रबंधन सत्यब्रत साहू ने संवाददाताओं को बताया कि शुक्रवार रात से किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। साहू ने कहा कि प्रशासन के प्रयासों से रविवार को शहर के विभिन्न केंद्रों पर हुई विभिन्न परीक्षाओं में करीब तीन हजार अभ्यर्थी शामिल हुए। उन्होंने कहा, परीक्षाओं का सुचारू और शांतिपूर्ण आयोजन स्थिति के सामान्य होने का संकेत देता है।
हालांकि रविवार शाम को नगर थाना क्षेत्र के ऐंथापल्ली चौक में एक फल दुकान में लूटपाट की सूचना मिली थी। जिला अधिकारी ने कहा कि पुलिस घटना की सत्यता की जांच कर रही है। संबलपुर कलेक्टर अनन्या दास ने कहा कि लोग जिला प्रशासन का सहयोग कर रहे हैं।
यह पूर्व नियोजित हिंसा- एसपी गंगाधर
एसपी गंगाधर ने बताया कि 12 अप्रैल को बाइक रैली के दौरान पथराव की घटना के सिलसिले में 26 लोगों को गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद 14 अप्रैल को जुलूस के दौरान हुई हिंसा और आगजनी के मामले में 53 लोगों को हिरासत में लिया गया है। राज्य सरकार ने संबलपुर जिले में 17 अप्रैल की सुबह 10 बजे तक इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी हैं। अब तक मिली जानकारी के अनुसार यह एक पूर्व नियोजित हिंसा प्रतीत होती है। इस दौरान उन्होंने दावा किया कि भविष्य में और गिरफ्तारियां की जाएंगी।
आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी
वहीं, इस हिंसा को लेकर राजनेताओं के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी जारी है। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने बीजद सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि राज्य सरकार मामले से निपटने के दौरान तुष्टीकरण की नीति अपना रही है। इस दौरान उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि पटनायक सरकार हिंसा में शामिल कुछ लोगों को बचा रही है। वहीं, बीजद नेता और विधायक अमर सत्पथी ने उन पर पलटवार किया है। उन्होंने दावा किया कि सरकार ने कानून के अनुसार कार्रवाई की है।