छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
भोपाल 30 अक्टूबर 2024। मध्य प्रदेश के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में हाल ही में सात हाथियों की मौत हो गई है। इसके अलावा, तीन अन्य हाथियों का इलाज चल रहा है। वन्यजीव अधिकारियों के अनुसार, इन हाथियों की मौत के कारणों का पता अभी तक नहीं चल पाया है। मृत हाथियों का पोस्टमार्टम जबलपुर के स्कूल ऑफ वाइल्डलाइफ फोरेंसिक एंड हेल्थ में किया जा रहा है, जहां राज्य के पेंच और कान्हा जंगलों के पशु चिकित्सक भी मदद कर रहे हैं। झुंड के 11वें और 12वें हाथियों का स्वास्थ्य इस समय सामान्य है।
जांच के लिए समिति गठित की
दिल्ली स्थित वन्यजीव अपराध नियंत्रण ब्यूरो ने इन मौतों की जांच के लिए एक समिति गठित की है। साथ ही, राज्य स्तर पर भी इस मामले की जांच जारी है। यह संकट तब शुरू हुआ जब मंगलवार को नियमित गश्त के दौरान दो हाथी मृत पाए गए, और पास में ही पांच अन्य हाथी अस्वस्थ अवस्था में मिले।
अधिकारियों की लापरवाही शामिल
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व ने अगस्त में तब सुर्खियां बटोरी थीं जब बाघों की मौतों के मामले में प्रशासनिक स्तर पर बड़े बदलाव किए गए थे। एक विशेष रिपोर्ट में बताया गया था कि बाघों की मौतों के मामले में विभाग की कार्यशैली में गड़बड़ी है, जिसमें प्रक्रियागत खामियां और अधिकारियों की लापरवाही शामिल हैं।
कुल 43 बाघों की मौत हुई
एक रिपोर्ट में 2021 से 2023 के बीच बांधवगढ़ और शहडोल वन क्षेत्र में बाघों की मौतों में चिंताजनक वृद्धि पर प्रकाश डाला गया है। इस दौरान कुल 43 बाघों की मौत हुई, जिनमें से कुछ का संबंध अवैध शिकार और वन्यजीव अधिकारियों की लापरवाही से था।