छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
संभल 03 जनवरी 2025। संभल में 24 नवंबर को जामा मस्जिद सर्वे के दौरान बवाल में हिंदूपुरा खेड़ा में एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई पर गोली चलाई गई थी। बृहस्पतिवार को गोली चलाने के आरोपी नखासा थाना क्षेत्र के मोहल्ला दीपा सराय निवासी शाजेब उर्फ शहबाज उर्फ टिल्लन गिरफ्तार किया गया है। एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई ने बताया कि आरोपी को नखासा थाना क्षेत्र में ठंडी कोठी रोड से गिरफ्तार किया गया है। आरोपी के कब्जे से तमंचा, कारतूस और खोखा भी बरामद किया गया है। एसपी ने बताया कि आरोपी ने स्वीकार किया है कि उसने ही बवाल के दिन एसपी और पीआरओ पर गोली चलाई थी। जिसमें छर्रे लगने से एसपी और पीआरओ घायल हो गए थे। एसपी ने बताया कि आरोपी ने पूछताछ में बताया है कि उसने अपने साथियों के साथ मिलकर पुलिसकर्मियों की बाइकों में आग लगाई थी। इसके बाद हिंदूुपुरा खेड़ा में पहुंचकर फायरिंग की थी। घटना के बाद दिल्ली जाकर रहने लगा था। एसपी ने बताया कि आरोपी से कुछ महत्वपूर्ण जानकारी मिली है।
उसके आधार पर कार्रवाई अन्य आरोपियों के खिलाफ भी की जाएगी। आरोपी को न्यायालय में पेश किया गया था। जहां से जेल भेज दिया गया है। मालूम हो 24 नवंबर को जामा मस्जिद सर्वे के दौरान जामा मस्जिद के नजदीक हुए बवाल में पांच लोगों की जान गई थी। 29 पुलिसकर्मी व अन्य कई भीड़ में शामिल लोग घायल हुए थे। जामा मस्जिद के नजदीक बवाल शांत कराया तो हिंदूपुरा खेड़ा और नखासा तिराहे पर पुलिस पर हमला किया गया था।
ज्यादातर उपद्रवियों का ठिकाना बटला हाउस
जामा मस्जिद सर्वे के दौरान 24 नवंबर को हुए उपद्रव में कम पढ़े लिखे युवाओं के साथ ज्यादा पढ़े लिखे युवा भी थे। इसकी जानकारी पुलिस को मिली है, जो पढ़े लिखे युवा उपद्रव में शामिल थे। उनमें से ज्यादातर का ठिकाना दिल्ली का बटला हाउस बना हुआ है। बटला हाउस से संभल निवासी अदनान को 23 दिसंबर को पुलिस गिरफ्तार कर लाई थी। अन्य कई आरोपियों के बटला हाउस में होने की सूचना थी। हालांकि, पुलिस को एक ही आरोपी मिला था। संभल में 24 नवंबर को जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हुए बवाल की जांच एसआईटी एएसपी अनुकृति शर्मा के नेतृत्व में कर रही है। एसआईटी को कई ऐसे प्रमाण मिले हैं, जिसमें यह स्पष्ट हो गया है कि उपद्रवियों में दिल्ली में रहकर पढ़ाई करने वाले युवा भी शामिल थे, जो उपद्रव के बाद बटला हाउस में जाकर रह रहे है।
हालांकि, पुलिस टीम बटला हाउस पहुंची तो उपद्रवियों ने ठिकाना बदल दिया। एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई ने बताया कि कैमरे और मोबाइल से बनी वीडियो और फोटो से उपद्रवियों के चेहरे निकाले हैं। जिसमें 91 उपद्रवी ऐसे हैं, जिनकी पहचान है, लेकिन वह घर छोड़कर भागे हुए हैं। बताया कि जो उपद्रवी भागे हुए हैं उनमें से ज्यादातर दिल्ली में होने की सूचना है। टीम तलाश में जुटी है।
तीन महिला समेत 51 उपद्रवी जा चुके हैं जेल
24 नवंबर को जामा मस्जिद के पास बवाल हुआ था। इसके अलावा नखासा तिराहा और हिंदूपुरा खेड़ा में पुलिस पर पत्थरबाजी और गोली चलाई थी। इसमें एसपी को भी निशाना बनाया गया था, लेकिन गनीमत यह रही थी कि फायरिंग में एसपी बच गए थे। एसपी ने यह बात एफएसएल टीम को बताई थी। पुलिस ने तीन स्थानों पर हुए बवाल में सात एफआईआर दर्ज की थीं। जिसमें पांच एफआईआर संभल कोतवाली और दो एफआईआर नखासा थाने में दर्ज की गई थीं। इसमें तीन महिला समेत 51 उपद्रवी जेल भेजे जा चुके हैं। 2750 से ज्यादा आरोपी हैं। एसपी का कहना है कि जो भी उपद्रव में शामिल था उसकी गिरफ्तारी होनी है। जो निर्दोष है उसको परेशान कोई नहीं कर सकता।