छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
रायपुर 24 जुलाई 2021। केंद्र की मोदी सरकार ने मंगलवार (20 जुलाई) को राज्यसभा में कहा था कि कोरोना की दूसरी लहर में देश में ऑक्सीजन की कमी से एक भी मौत का डाटा किसी भी राज्य या केंद्र शासित प्रदेश मे नहीं दिया। केंद्र सरकार के इस बयान के बाद विपक्ष ने हंगामा खड़ा कर दिया। सोशल मीडिया पर भी सरकार को इस बयान को लेकर ट्रोल किया जा रहा है। इस हंगामे के बीच विवाद में छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव भी कूद गए हैं। दरअसल, स्वास्थ्य मंत्री ने शुक्रवार (23 जुलाई) को कहा कि केंद्र सरकार ने कोरोना की दूसरी लहर के दौरान छत्तीसगढ़ से ऑक्सीजन की कमी से होने वाली मौतों की जानकारी कभी मांगी ही नहीं।
देश को गुमराह कर रही है सरकार
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि पारदर्शिता लोकतांत्रिक ढंग से चुनी गई सरकार का मूल है। केंद्र ने जब ऑक्सीजन की कमी से होने वाली मौतों के बारे में हमसे कभी पूछा ही नहीं तो हम कैसे बताते? उन्होंने आगे कहा कि केंद्र सरकार राज्यों द्वारा कोरोना से हुई मौतों का डाटा न मिलने की बात कहकर देश को गुमराह कर रही है। उन्होंने आगे बताया कि राज्य की ऑक्सीजन उत्पादन क्षमता 388.87 मीट्रिक टन है। राज्य में 26 अप्रैल को सबसे अधिक 180 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की खपत हुई थी।
बयान की आलोचना
बता दें, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने राज्यसभा में कहा था कि किसी भी राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों में ऑक्सीजन की कमी से एक भी मौत की जानकारी नहीं मिली है। केंद्र सरकार के इसी बयान की आलोचना की जा रही है।
कोरोना से हुई मौतों का फिर से ऑडिट करेगी छत्तीसगढ़ सरकार
टीएस सिंह देव ने कहा है कि छत्तीसगढ़ की राज्य सरकार, प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर के दौरान हुई मौतों का फिर से ऑडिट करेगी, जिससे यह पता लगाया जा सके कि उनमें से कोई मौत ऑक्सीजन की कमी के कारण हुई है या नहीं। स्वास्थ्य मंत्री के अनुसार राज्य सरकार कोविड-19 से संबंधित मौतों का ऑडिट कर रही है। उन्होंने कहा कि यदि कोई मौत ऑक्सीजन की कमी के कारण हुई है तो हम फिर से इसे ध्यान में रखते हुए ऑडिट करेंगे।