छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
डिब्रूगढ़ (असम) 19 मार्च 2021। कांग्रेस नेता राहुल गांधी आज असम के डिब्रूगढ़ में अपने चुनावी अभियान की शुरुआत की। इस दौरान वह डिब्रूगढ़ के लाहोवाल में छात्रों से रूबरू हुए। उन्होंने बिना नाम लिए आरएसएस पर हमला बोला। साथ ही, बेरोजगारी, सीएए और किसान आंदोलन जैसे मुद्दे उठाए। बता दें कि राहुल गांधी आज छाबुआ के दिनजॉय स्थित चाय के बागान में मजदूरों से मुलाकात करेंगे। साथ ही, तिनसुकिया में जनसभा को भी संबोधित करेंगे। गौरतलब है कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी कुछ दिन पहले असम का दौरा कर चुकी हैं। उस दौरान बागान में चाय की पत्तियां तोड़ते हुए उनकी तस्वीर काफी वायरल हुई थी।
राहुल गांधी ने आरएसएस पर साधा निशाना
राहुल गांधी बोले, ‘अगर आपको लगता है कि लोकतंत्र को नकारा जा रहा है। युवाओं युवा बेरोजगार हैं। किसान प्रदर्शन कर रहे हैं और सीएए आ रहा है। असम के लोगों को दिल्ली जाने के बाद अपनी संस्कृति और भाषा नहीं भूलनी चाहिए। नागपुर में पैदा हुई एक सेना पूरे देश को नियंत्रित कर रही है। लोकतंत्र का मतलब असम की आवाज पर असम का नियंत्रण होना चाहिए। अगर हम इसमें छात्रों को शामिल नहीं करते हैं तो यहां लोकतंत्र हो ही नहीं सकता। युवाओं को सक्रिय रूप से राजनीति में आना चाहिए और असम के लिए लड़ना चाहिए। जब आपको लगता है कि आपका राज्य लूटा जा रहा है तो आपको युद्ध लड़ना चाहिए, लेकिन प्यार से, लाठी-पत्थरों से नहीं।’
राहुल गांधी ने किए ये पांच वादे
राहुल गांधी ने कहा कि भाजपा ने चाय बागान के मजदूरों को 351 रुपये दिहाड़ी दिलाने का वादा किया था, लेकिन उन्हें 167 रुपये ही मिल रहे हैं। मैं नरेंद्र मोदी नहीं हूं। मैं झूठ नहीं बोलता हूं। आज मैं आपको पांच वादों की गारंटी देता हूं। अगर हमारी सरकार बनी तो हम चाय बागान के मजदूरों को 365 रुपये दिहाड़ी दिलाएंगे। सीएए के खिलाफ खड़े रहेंगे। पांच लाख नौकरियों के मौके बनाएंगे। 200 यूनिट बिजली मुफ्त देंगे और घरेलू महिलाओं को दो हजार रुपये दिए जाएंगे। राहुल गांधी ने कहा कि चाय उद्योग के लिए हम विशेष मंत्रालय बनाएंगे, जो आपके मुद्दों को सुलझाएगा। हमारा घोषणा पत्र चाय कारोबार से जुड़े लोगों से विचार-विमर्श करने के बाद बनाया गया है। इसे बंद दरवाजों के पीछे बैठे लोगों ने तैयार नहीं किया।
मेक इन इंडिया पर उठाए सवाल
राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री मेक इन इंडिया की बात करते हैं, लेकिन जब आप मोबाइल फोन, शर्ट्स आदि चेक करते हैं तो उस पर मेड इन असम और इंडिया की जगह मेड इन चाइना लिखा होता है। भाजपा यह नहीं कर सकती, क्योंकि वह उद्योगपतियों के लिए काम करती है।