छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
नई दिल्ली 04 फरवरी 2025। लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर दिए गए राहुल के बयान और चुनाव आयोग के आंकड़ों में विरोधाभास है। राहुल गांधी के दावे और तथ्य अलग अलग हैं। आयोग ने इस बारे में कांग्रेस को 24 दिसंबर को ही जानकारी दे दी थी, लेकिन इसके बाद भी राहुल गांधी ने संसद में मुद्दा उठाया। राहुल गांधी ने संसद पटल पर कहा कि 2024 लोकसभा चुनाव से महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव, तक की अवधि के बीच 70 लाख मतदाता जुड़े, जो हिमाचल प्रदेश के मतदाताओं के बराबर हैं। जबकि इस संदर्भ में चुनाव आयोग पहले ही कह चुका है कि यह तथ्य पूरी तरह भ्रामक हैं।
सिर्फ 48.8 लाख मतदाता बढ़े
आयोग द्वारा इस संबंध में उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक वास्तविक वृद्धि केवल 48.8 लाख मतदाता थी। इसमें 18 से 29 आयु वर्ग के नए 2646608 मतदाता शामिल थे।, जबकि 18 से 19 साल के आयु वर्ग में ऐसे 8,72,094 मतदाता और 20-29 आयु वर्ग के 17,74,514 मतदाता थे, जो मुख्य रूप से आरपी अधिनियम, 1950 में हाल ही में किए गए संशोधनों के कारण संसदीय चुनावों के समय अंतिम एसएसआर की पात्र योग्यता तिथि 1.1.24 से अप्रैल 2024 तक के बाद 18 साल के हो चुके मतदाताओं के कारण बढ़ी।
उपलब्ध कराई गई मतदाताओं की संख्या
राहुल गांधी ने कहा कि लोकसभा के सभी मतदाताओं के नाम, पते और मतदान केंद्रों की जानकारी चुनाव आयोग नहीं देगा। जबकि हर चुनाव में बूथ वार मतदाताओं की सटीक संख्या फॉर्म 20 में पहले ही उपलब्ध करा दी गई है।
50 हजार से अधिक वोट जुड़ने वाली सिर्फ 6 विधानसभाएं
राहुल गांधी ने कहा कि जिन निर्वाचन क्षेत्रों में बड़ी संख्या में नए मतदाता जुड़े, वहां भाजपा ने चुनाव जीता। कांग्रेस के अनुसार 50 विधानसभा में 50 हजार से अधिक नए मतदाता जुड़े, जिनमें से सत्तारूढ़ शासन और सहयोगियों ने 47 सीट जीतीं। जबकि आयोग बता चुका है कि ऐसी सिर्फ छह विधानसभाएं थीं जहां 50 हजार से अधिक मतदाता जुड़े। इस आधार पर 47 सीटें जीतने का सवाल नहीं उठता।