छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
रायपुर 21 अक्टूबर 2021। राजधानी रायपुर के चौथी वाहिनी, छगसबल, माना में पुलिस स्मृति दिवस परेड का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में बीते एक साल के दौरान राज्य में शहीद हुए 32 जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई. इस दौरान शहीद जवानों के परिजनों अपनी भावनाओं पर काबू नहीं कर पाए और याद में रो पड़े।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू की मौजूदगी में आयोजित कार्यक्रम की शुरुआत राज्यपाल अनुसुइया उइके के परेड की सलामी लेने से हुई. बैंड ने राष्ट्रीय धुन का वादन और पाल-बियरर पार्टी द्वारा सम्मान सूची का प्रस्तुतिकरण दिया. हर साल 21 अक्टूबर को पुलिस स्मृति दिवस मनाया जाता है। कार्यक्रम में पाल-बियरर पार्टी द्वारा सम्मान सूची का स्मारक कोष में संस्थापन और शहीदों को सलामी दी गई, इसके साथ ही संपूर्ण भारत में 1 सितंबर 2020 से 31 अगस्त 2021 तक कर्तव्य की वेदी पर शहीद हुए सुरक्षाकर्मियों की नामावली वाचन और अतिथियों व पुलिस अधिकारियों द्वारा पुष्पांजलि अर्पण किया गया. इस दौरान बीते साल देशभर में शहीद हुए विभिन्न सुरक्षा बलों के 377 शहीदों के नामों का वाचन कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई है।
राज्यपाल उइके ने शहीदों को किया नमन
इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राज्यपाल अनुसुइया उइके ने कहा कि पुलिस स्मृति दिवस के अवसर मैं वीर शहीदों को शत-शत नमन करती हूं. शहीद जवानों को प्रदेश की जनता की ओर से भी श्रद्धांजलि अर्पित करती हूं. आज के दिन हम पुलिस सेवा में शहीद हुए जवानों को याद करते हैं. यह दिवस हमें उन वीर जवानों की शौर्य की गाथा को याद दिलाता है. जिन्होंने मातृभूमि की सेवा के लिए अपना सब कुछ बलिदान कर दिया। ऐसे वीर सपूतों के जन्म के लिए मैं उनके माता-पिता को प्रणाम करती हूँ. पुलिस का वाक्य है, परित्राणाय साधुनाम आप लोगों ने सचमुच गीता के वाक्य को साबित कर दिखाया है. हम सब अपने-अपने घर पर सुरक्षित रहते हैं. क्योंकि रात दिन पुलिस तैनात रहती हैं. कोरोना वायरस के दौरान आप लोग हर मोर्चे पर तैनात रहे हैं. इस बीच कई जवान कोरोना वायरस संक्रमित होकर अपने प्राणों की आहुति भी दे दी. परंतु उनका हौसला नहीं टूटा और वे अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते रहे. पुलिस का काम अधिक जिम्मेदारी का काम है. समाज में व्यवस्था बनी रहे और नागरिकों को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े इसीलिए पुलिस हर वक्त तैनात रहती है।