छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
नई दिल्ली 05 नवम्बर 2020। बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के तीसरे और आखिरी चरण के मतदान के लिए गुरुवार को प्रचार का आखिरी दिन है। अंतिम चरण के चुनाव से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के भाइयों और बहनों को पत्र लिखा है। पीएम मोदी का यह पत्र बिहार चुनाव को लेकर है, जिसमें उन्होंने एनडीए के विकास कार्यों के बारे में बताया है। चिठ्ठी को उन्होंने अपने ट्वीटर अकाउंट से ट्वीट किया है। चार पेन्ने के इस पत्र में उन्होंने कहा, इस पत्र के माध्यम से वे बिहार के विकास, विकास के लिए एनडीए पर विश्वास और विश्वास बनाने रखने के लिए एनडीए के संकल्प के बारे में बात करना चाहता हूं।
दरअसल इस पत्र में उन्होंने एनडीए के पक्ष में मतदान करने और फिर से नीतीश कुमार के नेतृत्व में सरकार बनाने की अपील की है। उन्होंने बिहार के लिए किए गए विकास कार्यों का भी जिक्र इसमें किया है।
बिहार में लोकतंत्र की पहली कोपल फूटी, ज्ञान-विज्ञान, शास्त्र-अर्थशास्त्र, हर प्रकार से बिहार संपन्न रहा है। सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास’ के मंत्र पर चलते हुए बिहार के गौरवशाली अतीत को फिर स्थापित करने के लिए कटिबद्ध है, प्रतिबद्ध है।
मतदाताओं के जोश ने भरा उत्साह- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
प्रधानमंत्री ने लिखा कि ‘मेरे प्रिय बिहार के भाइयो और बहनों, सादर प्रणाम। आज इस पत्र के माध्यम से आपसे बिहार के विकास, विकास के लिए एनडीए पर विश्वास और विश्वास बनाए रखने के लिए एनडीए के संकल्प के बारे में बात करना चाहता हूं। पीएम मोदी ने बिहार की जनता से वोट की अपील करते हुए नीतीश कुमार के नेतृत्व में सरकार बनवाने की बात कही है। साथ ही उन्होंने कहा कि डबल इंजन की ताकत बिहार को विकास की नई ऊंचाई तक पहुंचाएगी।
‘बिहार चुनाव में पूरा फोकस विकास पर रहा’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लिखा कि साथियों, यह हम सबके लिए गर्व का विषय है कि बिहार चुनाव का पूरा फोकस विकास पर केंद्रित रहा। एनडीए सरकार ने पिछले वर्षो में जो कार्य किए, उसका हमने न केवल रिपोर्ट कार्ड पेश किया, बल्कि जनता-जनार्दन के सामने आगे का विजन भी रखा। लोगों को भरोसा है कि बिहार का विकास एनडीए सरकार ही कर सकती है। अव्यवस्था और अराजकता के वातावरण में नव-निर्माण असंभव होता है। वर्ष 2005 के बाद से बिहार में माहौल भी बदला और नव-निर्माण की प्रक्रिया भी आरंभ हुई। बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर और कानून का राज, ये सामाजिक और आर्थिक संपन्नता के लिए अनिवार्य हैं।