छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
डलास 08 जून 2024। आज टी20 विश्व कप 2024 का 15वां मैच श्रीलंका और बांग्लादेश के बीच डलास में खेला गया। टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी श्रीलंका ने 20 ओवर में नौ विकेट गंवाकर 124 रन बनाए। जवाब में बांग्लादेश ने 19 ओवर में आठ विकेट पर 125 रन बनाए और दो विकेट से मुकाबला अपने नाम कर लिया। अमेरिका और वेस्टइंडीज की मेजबानी में जारी टी20 विश्व कप 2024 का 15वां मैच बांग्लादेश ने श्रीलंका के खिलाफ दो विकेट से जीतकर मौजूदा टूर्नामेंट में बड़ा उलटफेर कर दिया। ग्रुप डी के रोमांचक मुकाबले में जीत के साथ बांग्लादेश ने सुपर-8 के लिए अपनी दावेदारी मजबूत कर दी है। फिलहाल अंक तालिका में नाजमुल हसन शांतो की टीम तीसरे स्थान पर है। वहीं, श्रीलंका लगातार दूसरे मैच में हार के साथ आखिरी पायदान पर पहुंच गई है। इससे पहले उन्हें दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ छह विकेट से हार का सामना करना पड़ा था।
डलास के ग्रैंड प्रियरी स्टेडियम में खेले गए इस मुकाबले में टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी श्रीलंका ने पथुम निसंका की 47 रनों की पारी के दम पर 20 ओवर में नौ विकेट गंवाकर 124 रन बनाए। जवाब में बांग्लादेश ने 19 ओवर में आठ विकेट पर 125 रन बनाए और दो विकेट से मैच अपने नाम कर लिया। बांग्लादेश की यह इस टूर्नामेंट में पहली जीत है।
125 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी बांग्लादेश की शुरुआत कुछ खास नहीं हुई थी। उन्हें धनंजय डीसिल्वा ने एक रन के स्कोर पर ही पहला झटका दे दिया था। सौम्य सरकार बिना खाता खोले पवेलियन लौट गए जबकि तंजीद हसन को तुषारा ने बोल्ड किया। वह सिर्फ तीन रन बना सके। इसके बाद नाजमुल हसन शांतो बल्लेबाजी के लिए आए जिन्हें तुषारा ने ही अपना शिकार बनाया। 28 रन के स्कोर पर बांग्लादेश के चार विकेट गिर चुके थे। टीम को अब एक साझेदारी की जरूरत थी। ऐसे में मोर्चा लिट्टन दास और तौहीद हृदय ने संभाला। दोनों के बीच चौथे विकेट के लिए 63 रनों की साझेदारी हुई। 12वें ओवर में हसरंगा ने तौहीद को एलबीडब्ल्यू आउट किया। वह 20 गेंदों में 40 रनों की महत्वपूर्ण पारी खेलकर पवेलियन लौटे जबकि लिट्टन दास दो चौकों और एक छक्के की मदद से 36 रन बनाए। इस मैच में शाकिब अल हसन ने आठ, रिशाद हुसैन ने एक और तस्कीन अहमद ने शून्य रन बनाए। वहीं, महमूदुल्लाह 16 और तंजीम एक रन बनाकर नाबाद रहे। श्रीलंका के लिए नुवान तुषारा ने चार और वानिंदु हसरंगा ने दो विकेट चटकाए। वहीं, डीसिल्वा और पथिराना को एक-एक सफलता मिली।