छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
रायपुर 31 अक्टूबर 2020। लौह पुरूष सरदार वल्लभ भाई पटेल जी की जयंती एवं पूर्व प्रधानमंत्री प्रियदर्शनी इंदिरा गांधी जी के शहादत दिवस पर कांग्रेस ने पूरे राज्य में किसान अधिकार दिवस मनाया। प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों में आज मोदी सरकार के किसान-मजदूर विरोधी कानूनों के विरोध में किसान सत्याग्रह का आयोजन किया गया जिसमें बड़ी संख्या में किसानों, कांग्रेस के निर्वाचित जनप्रतिनिधियों, पार्टी मोर्चा संगठनों प्रकोष्ठों के पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।
देश के साथ-साथ पूरे प्रदेश में खासकर गरीबों, मजदूर, किसानों में केन्द्र की मोदी सरकार के खिलाफ गुस्सा उमड़ रहा है। सब समझ गये है कि मोदी सरकार के तीनों कृषि कानून किसान और आम उपभोक्ता को बर्बाद और तबाह करने की साजिश है। नया कृषि कानून पूंजीपतियों को खुलेआम जमाखोरी, कालाबाजारी करने और दामो में मनमानी बढ़ोत्तरी कर लूट मचाने की खुली छूट देता है। गरीब, मजदूर, किसान और आम आदमी के लुटेरों को संरक्षण देता है। कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग से किसान चंद पूंजीपतियों के गुलामी बन कर रह जाएंगे।
मोदी सरकार का नया कृषि कानून का मसौदा ईस्ट इंडिया कंपनी की शोषणकारी दमनकारी नीति का नया संस्करण मात्र है। भाजपा किसानों को कृषि क्षेत्र से दूर करने का षयन्त्र रच रही है? मोदी सरकार सरकारी कंपनियों के निजीकरण की तरह ही अब कृषि क्षेत्र का भी निजीकरण करना चाहती है?