छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
नई दिल्ली 19 अप्रैल 2023। कांग्रेस ने बिल्कीस बानो मामले के दोषियों की रिहाई को लेकर उच्चतम न्यायालय द्वारा सवाल किए जाने के बाद बुधवार को केंद्र और गुजरात सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि देश को यह सच पता चलना चाहिए कि किस आधार पर इन लोगों की रिहाई हुई। उल्लेखनीय है कि उच्चतम न्यायालय ने मंगलवार को बिल्कीस बानो सामूहिक बलात्कार मामले में 11 दोषियों को सजा में दी गई छूट को लेकर गुजरात सरकार पर सवाल उठाया और कहा कि अपराध की गंभीरता पर राज्य द्वारा विचार करना चाहिये था।
किस आधार पर अपराधियों को रिहा किया गया
शीर्ष अदालत ने पूछा कि ऐसा करते वक्त क्या विवेक का इस्तेमाल किया गया था। कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘सिर्फ न्यायालय ही नहीं, बल्कि पूरा देश पूछता है कि आज बिल्कीस है, कल कोई और महिला हो सकती है…कोई सोच सकता है कि इस महिला ने क्या झेला है?” उन्होंने कहा कि उच्चतम न्यायालय ने जो प्रश्न किया है कि वो सबको झकझोर देने वाला है। सुप्रिया ने सवाल किया, ‘‘किस आधार पर जघन्य अपराधियों को रिहा किया और किस आधार पर आपके लोगों (भाजपा) ने उन्हें संस्कारी कहा? यह सच देश को पता चलना चाहिए।”
स्मृति ईरानी जी कहां हैं?
उन्होंने यह भी पूछा, ‘‘स्मृति ईरानी जी कहां हैं? भाजपा की और महिला नेता कहां हैं? वे चुप क्यों हैं?” गुजरात के गोधरा में साबरमती एक्सप्रेस के एक डिब्बे में आगजनी की घटना के बाद भड़के दंगों के दौरान बानो के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया था और उनके परिवार के सात सदस्यों की हत्या कर दी गई थी। घटना के वक्त बानो 21 साल की थीं और पांच महीने की गर्भवती भी थीं। बानो ने इस मामले में दोषी ठहराए गए 11 अपराधियों की बाकी सजा माफ करने के राज्य सरकार के फैसले को चुनौती दी है। सभी 11 दोषियों को गुजरात सरकार ने सजा में छूट दी थी और उन्हें पिछले साल 15 अगस्त को रिहा कर दिया था।