छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
कोटा 16 मार्च 2024। कोटा शहर में पिछले दिनों महाशिवरात्रि पर शहर के कुन्हाड़ी थाना इलाके की सकतपुरा काली बस्ती में बड़ा हादसा हुआ था। शिव बारात की शोभायात्रा के दौरान झंडा लेकर चल रहे बच्चों के हाई टेंशन लाइन से झुलसने का मामला सामने आया था। आठ मार्च को घटी इस घटना में 17 बच्चे और एक महिला झुलस गई थी। बाद में उपचार के दौरान दो बच्चों की मौत हो गई थी। अब इस हादसे में जयपुर में इलाज के दौरान एक और बच्चे की मौत हो गई। अभी भी छह बच्चों का इलाज अस्पताल में जारी है। मृत बच्चों में दो की मौत जयपुर के एसएमएस अस्पताल और एक की कोटा के महाराव भीम सिंह अस्पताल में हुई है। कुन्हाड़ी थानाधिकारी अरविंद भारद्वाज ने बताया कि जयपुर में उपचार के दौरान आठ वर्षीय बालक हिमांशु की मौत हुई है। उसकी तबीयत ज्यादा गंभीर थी। ऐसे में उसे वेंटिलेटर सपोर्ट दिया गया था, लेकिन शुक्रवार को उसने दम तोड़ दिया। उसके शव को आज कोटा लाया जा रहा है। बता दें कि आठ मार्च शिवरात्रि के दिन 17 बच्चे और एक महिला हाई टेंशन लाइन की चपेट में आने से झुलस गई थी, जिसके बाद उन्हें कोटा के महाराज भीम सिंह चिकित्सालय में भर्ती करवाया गया था।
घटना के दिन ही पांच बच्चों को जयपुर सवाई मान सिंह चिकित्सालय के लिए रेफर कर दिया गया था। इसमें से 13 वर्षीय सुगन की मौत 10 मार्च को हो गई थी। इसके बाद 12 मार्च को कोटा में ही उपचार के दौरान आठ वर्षीय समन की मौत हुई थी। इसी रात को दो अन्य बच्चों को भी कोटा से जयपुर रेफर किया गया था। अब जयपुर में 15 मार्च को आठ वर्षीय हिमांशु की भी मौत हो गई है। अभी कोटा में एक और जयपुर में पांच बच्चों का उपचार चल रहा है।
घटना के बाद कोटा के राजनेताओं ने मामले में खासी नाराजगी जताते हुए प्रशासन को खरी-खोटी सुनाते हुए कार्रवाई के निर्देश जारी किए। साथ ही मामले में मृत बच्चों के परिजनों को भी त्वरित मुआवजा दिलवाया गया। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने स्वयं ने पीड़ित परिजनों के घर जाकर सांत्वना दी और मुआवजे राशि का चेक सौंपा। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कोटा प्रशासन को लताड़ते हुए बस्तियों के ऊपर से गुजर रही हाईटेंशन लाइनों को भी ऊपर करने के निर्देश दिए। मामले में झुलसे हुए बच्चो का अभी भी इलाज जाती है।