छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
सूरजपुर 22 अप्रैल 2023। सूरजपुर में सरकारी अस्पताल की महिला डॉक्टर और दो स्टाफ नर्स के खिलाफ गैर इरादतन हत्या मामले में एफआईआर दर्ज कराई गई है। करीब 15 दिन पहले ऑपरेशन के बाद नवजात और प्रसूता की मौत हो गई थी। प्रसूता को प्रसव के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां से परिजनों ने उसे अंबिकापुर रेफर कराने के लिए कहा। आरोप है कि इस पर महिला डॉक्टर उसे अपने नर्सिग होम ले गई थी। वहां जच्चा-बच्चे की मौत के बाद हो गई। जांच में चिकित्सक और कर्मियों की लापरवाही पाई गई। प्रशासन ने घटना के बाद नर्सिंग होम को सील कर दिया था।
डॉक्टर और स्टाफ नर्सों के निलंबन की होगी कार्रवाई
तिलसिवां में संचालित रश्मि नर्सिंग होम में पांच अप्रैल को ऑपरेशन के दौरान नवजात की मौत हो गई थी, वहीं शाम को 22 साल की प्रसूता ने भी दम तोड़ दिया था। मामले में परिजनों ने लापरवाही का आरोप लगाया था। इस पर सीएमएचओ ने जांच कमेटी बनाई। जांच में पता चला कि नर्सिंग होम का संचालन जिला अस्पताल में पदस्थ महिला चिकित्सक डा. रश्मि सिंह करती हैं। इस पर कलेक्टर इफ्फत आरा ने डा. रश्मि सिंह को निलंबित करने के लिए हेल्थ सेक्रेटरी को पत्र लिखा है। वहीं सीएमएचओ ने प्रतिवेदन के आधार पर दो स्टाफ नर्सों को निलंबित करने के लिए संयुक्त संचालक स्वास्थ्य सेवाएं को पत्र भेजा है।
मेडिकल कॉलेज ले जाना चाहते थे परिजन
रामानुजनगर के ग्राम भुवनेश्वरपुर निवासी पूजा साहू (22) पत्नी राम नारायण साहू को प्रसव पीड़ा होने पर परिजनों ने तीन अप्रैल को जिला अस्पताल सूरजपुर में भर्ती कराया था। जिला अस्पताल में चार अप्रैल तक उपचार के बाद भी उसकी स्थिति में सुधार नहीं हुआ और न ही प्रसव ही हो सका। तब परिजनों ने उसे मेडिकल कालेज अंबिकापुर के लिए रिफर कराने के लिए चिकित्सकों से चर्चा की। इस बीच जिला अस्पताल में पदस्थ चिकित्सक डा. रश्मि सिंह ने उन्हें बताया कि सूरजपुर से लगे तिलसिवां में उनका नर्सिंग होम है। अंबिकापुर में जो इलाज मिलेगा, वह नर्सिंग होम में मिल जाएगा।
महिला डॉक्टर झांसा देकर अपने नर्सिग होम ले गई
इससे प्रभावित होकर परिजन उसे लेकर रश्मि नर्सिंग होम पहुंचे और भर्ती करा दिया। चिकित्सक ने आपरेशन में करीब 40 हजार का खर्च बताते हुए एडवांस में 10 हजार रुपये जमा करा लिए थे। पांच अप्रैल की सुबह पूजा साहू का ऑपरेशन किया गया तो मृत बच्चा पैदा हुआ। वहीं शाम को पूजा साहू की भी मौत हो गई थी। इसके बाद परिजनों ने डॉक्टर और कर्मचारियों पर लापरवाही का आरोप लगाया। साथ ही इसकी शिकायत सीएमएचओ से कर जांच की मांग की थी। जांच रिपोर्ट में डॉक्टर और दो स्टाफ नर्स के दोषी मिलने के बाद प्रशासन की ओर से कार्रवाई की गई है।