छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
मुंबई : निर्माता-निर्देशक के तौर पर दीपक बलराज विज का नाम किसी परिचय का मोहताज नहीं है। दो दर्जन के करीब फिल्में बनाने वाले दीपक बलराज ने कई नए कलाकारों को भी ब्रेक दिया है। आदित्य पंचोली, रोनित रॉय, जैकी श्रॉफ से लेकर माधुरी दीक्षित, मंदाकिनी आदि के साथ फिल्में बनाने वाल दीपक बलराज अब अपने बेटे बोबी विज को फिल्मों में इंट्रोड्यूस कर रहे है और बोबी को हीरो के तौर पर चमकाती फिल्म का नाम है “शॉट इन द डार्क-हे राम” अलग से टायटल वाली यह फिल्म वास्तविक घटनाओं से प्रेरित है। फिल्म के विषय वस्तु पर प्रकाश डालते हुए दीपक बलराज कहते हैं, “मैंने तकरीबन दो साल तक इस फिल्म की कहानी पर काम किया है। हुआ यह कि पूरी दुनिया जब कोरोना काल से गुजर रही थी और हर तरफ मायूसी का माहौल था। यह देख मुझे लगा कि लोगों को इस गमगीन माहौल से बाहर निकालने के लिए एक ऐसी फिल्म बनानी चाहिए जिसका संगीत सुन दिल खुश हो जाए और फिल्म देख चेहरे पर चमक आ जाए। इसे ध्यान में रख मैं “जान तेरे नाम-2” की कहानी पर काम करने लगा। इसी दौरान मेरा ध्यान हथियारों के गैरकानूनी कारोबार की खबर पर गया। गन कल्चर की वजह से दुनिया के सभी देश परेशान हैं और हर किसी को सहना पड़ रहा है। हमारे देश में गन कल्चर खूब एक्टिव है सो मैं हथियार के गैरकानूनी कारोबार को केंद्र में रख इस कहानी पर काम करने लगा। कहानी यह है कि एक युवा अयोध्या में अपनी मां के साथ रह रहा होता है। जॉब के सिलसिले में वह मुंबई आता है और यहां उसका परिचय गन कल्चर से होता है। वह अनुभव करता है कि हथियार के दम पर धाक जमायी जा सकती है। वह हथियार की ताकत से खूब प्रभावित हो जाता है और यह प्रभाव उसे किसी दुष्चक्र में फंसा देता है। यह कहानी का सार है। बेटे बोबी के चयन के बारे में दीपक बलराज कहते हैं, “बोबी यंग है और यह यंग लड़के की कहानी है। सो किरदार के लिये मुझे सही लगा। मैंने उसका स्क्रीन टेस्ट लिया और चार पन्ने के संवाद दिये। वह पूरे आत्मविश्वास के साथ सभी संवाद बिना किसी गलती के बोल गया। तिस पर वह ग्लेडरेग्स प्रतियोगिता का विजेता भी है। सो वह खुद को सही ढंग से प्रस्तुत करने की कला में माहिर है। उसने एक्शन की भी बाकायदा तालीम ले रखी है यानि फिल्म के किरदार के लिए वो फिट लग रहा था इसलिए मैंने उसे सलेक्ट कर लिया। कहना ना होगा कि अभिनय बोबी की रगों में दौड़ रहा है। उसके दादा बलराज विज अपने जमाने के नामी हीरो थे और दिग्गज़ निर्देशक बिमल राय ने उन्हें “पहला आदमी” में ब्रेक दिया था। बोबी की माता किशोरी शहाणे विज भी जानी मानी अभिनेत्री है। चाचा आनंद बलराज भी अदाकार हैं तो पिता निर्देशक। ऐसे में भला बोबी अभिनय से कैसे दूर रह पाता।
बोबी खुद को खुशनसीब मानता है कि एक रियलास्टिक फ़िल्म से उसकी पारी की शुरुआत हो रही है। खुशी इस बात की भी है कि फिल्म में मां की भूमिका किशोरी शहाणे द्वारा निभायी जा रही है। इससे माँ बेटे की केमिस्ट्री पर्दे पर और निखरेगी व नेचुरल लगेगी। फिल्म के बाकी कलाकारों का चयन भी जारी है। दीपक बलराज ने इस फ़िल्म का मुहूर्त अयोध्या में किया और भगवान श्री राम का आशीर्वाद लेकर यह फ़िल्म शुरू कर दी है। उम्मीद है कि यह आशीर्वाद फिल्म के लिये जरूर रंग लाएगा।