छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
रायपुर 26 नवंबर 2022। छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में शनिवार को सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में एक महिला सहित तीन माओवादी मारे गए। पुलिस महानिरीक्षक (बस्तर रेंज) सुंदरराज पी ने बताया कि मिरतुर पुलिस थाना क्षेत्र के पोमरा जंगल में सुबह करीब साढ़े सात बजे मुठभेड़ उस समय हुई, जब सुरक्षा बलों की संयुक्त टीम नक्सल विरोधी अभियान पर निकली थी।
टीम ने माओवादी समूह के सदस्यों मोहन कडती और सुमित्रा के साथ होने की सूचना के आधार पर अभियान शुरू किया। बताया गया कि जंगल में उनके करीब 30-40 साथी हैं। ऐसे में जब एक गश्ती दल पोमरा जंगल में था तब मुठभेड़ शुरू हो गई, जिसमें दोनों ओर से फायरिंग हुई। गोलीबारी बंद होने के बाद, एक महिला सहित तीन माओवादियों के शव घटनास्थल से बरामद किए गए। इलाके में तलाशी अभियान अभी भी जारी है।
नक्सल मुक्त बनने की ओर अग्रसर झारखंड, सुरक्षाबलों ने नेस्तनाबूद किया नक्सल कैंप
राची। झारखंड में नक्सलियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान को बड़ी सफलता मिली है। पश्चिमी सिंहभूम जिले में सुरक्षाबलों ने नक्सलियों को एक कैंप को नेस्तनाबूद कर दिया है। यहां से सुरक्षाबलों ने भारी मात्रा में हथियार, बम बनाने का सामान और नक्सली साहित्य जैसी अहम चीजें बरामद की हैं। अधिकारियों का कहना है कि नक्सलियों ने कैंप के रास्ते में जमीन के अंदर विस्फोटक सामग्री भी लगाई थी, जिसे बम निरोधक दस्त ने मौके पर ही नष्ट कर दिया।
तीन दिन पहले मिली थी कैंप की जानकारी
एसपी आशुतोष शेखर ने बताया कि हमें सूत्रों से जानकारी मिली थी कि मुफस्सिल थाना क्षेत्र के चिरियाबेड़ा में नक्सलियों का कैंप है। इसके बाद जिला पुलिस, जगुआर, कोबरा और सीआरपीएफ की जवानों की ओर से संयुक्त अभियान शुरू किया गया। सर्च ऑपरेशन के दौरान सुरक्षाबलों ने नक्सलियों के अस्थाई कैंप पर पहुंचकर उसे नष्ट कर दिया।
कैंप छोड़कर भाग निकले नक्सली
अधिकारियों ने बताया, नक्सलियों को जैसे ही सुरक्षाबलों की कार्रवाई की सूचना मिली, वे वहां से भाग निकले। हालांकि, भारी मात्रा में हथियार, गोला-बारूद वहीं छोड़ दिया, जिसे बाद में बरामद किया गया। अधिकारियों ने बताया कि नक्सलियों के गांव में ही छुपे होने की आशंका है। ऐसे में सर्च ऑपरेशन तेज कर दिया गया है।
नक्सल मुक्त बनने की ओर अग्रसर झारखंड- सीआरपीएफ आईजी
झारखंड सीआरपीएफ रेंज के आईजी अमित कुमार ने कहा कि राज्य नक्सल मुक्त होने की ओर अग्रसर है। नक्सलियों के प्रमुख गढ़ बुरहा पहाड़, चाईबासा, खूंटी, सरायकेला व पारसनाथ पर्वत अब हमारे नियंत्रण में है। उन्होंने कहा, चाईबासा में नक्सली ठिकाने पर हम अगले एक से दो महीने में नियंत्रण कर लेंगे।
नक्सलियों के गढ़ से खत्म कर रहे दबदबा
आईजी अमित कुमार ने बताया, हम नक्सलियों के गढ से उनका दबदबा कम कर रहे हैं। उन्होंने बताया, बिहार-झारखंड सीमा पर चक्रबंध में नक्सलियों का दबदबा है। हमने इस क्षेत्र को अपने कब्जे में करने के लिए पहले चरण में जनवरी से जुलाई तक अभियान चलाया। इसके तहत औरंगाबाद में चार कैंप बनाए गए। उन्होंने बताया, जुलाई तक इस क्षेत्र पर सीआरपीएफ ने नक्सलियों का खात्मा कर दिया। वहीं दूसरा चरण सितंबर में शुरू किया गया था। इसके तहत भी चार कैंप बनाए गए। बड़ी मात्रा में नक्सलियों के हथियार और गोला बारूद बरामद किया जा रहा है। उन्होंने कहा, नक्सलियों के खिलाफ यह अभियान जब तक जारी रहेगा, जब तक हम नक्सलियों का पूरी तरह से सफाया नहीं कर देते।