छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
मुंबई 06 अक्टूबर 2023। महाराष्ट्र के गोरोगांव में एक सोसाइटी की इमारत में शुक्रवार तड़के भीषण आग लग गई। इस हादसे में कम से कम छह लोगों की मौत की खबर है, वहीं 51 लोग घायल हैं। इनमें से पांच लोगों की हालत नाजुक है। घायलों को इलाज के लिए पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बीएमसी के एक अधिकारी ने कहा कि आग जय भवानी भवन में तड़के तीन बजे लगी। सात मंजिला यह इमारत गोरेगांव पश्चिम के आजाद नगर इलाके में स्थित है। ताजा जानकारी के मुताबिक, इस आग में 46 लोग लोग बुरी तरह घायल हुए, जिनमें सात की जान चली गई। वहीं 39 लोगों का कूप और एचबीटी अस्पताल में इलाज जारी है। नगर निगम के एक अधिकारी ने बताया कि दो बच्चों और दो महिलाओं सहित छह लोगों को चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। अन्य घायलों का दोनों अस्पतालों में उपचार किया जा रहा है।मुंबई के गोरेगांव में लगी आग पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा, “मैं नगर निगम आयुक्त और पुलिस से लगातार बात कर रहा हूं… जो हुआ वह दुर्भाग्यपूर्ण है। मैं इस हादसे में जान गंवाने वालों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं, सरकार उनके परिवारों को 5 लाख रुपये की आर्थिक मदद देगी… जो लोग घायल हैं उनका इलाज सरकार की ओर से कराया जाएगा…”
वहीं, महाराष्ट्र सरकार में मंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा ने कहा, “यह बहुत दुखद घटना है… इसकी उच्चस्तरीय जांच के लिए कमेटी का गठन किया जाएगा जो 15 दिन में अपनी रिपोर्ट देगी। इस हादसे में जिनकी मृत्यु हुई है, उनके परिवारों को मुआवजा दिया जाएगा… घायलों का अच्छे से अच्छा इलाज कराया जाएगा।
बताया गया है कि दमकल विभाग को आग पर काबू पाने में करीब चार घंटे लगे। आग बुझाने के अभियान में दमकल की आठ गाड़ियों और अन्य साजो सामान का इस्तेमाल किया गया। आग लगने की जानकारी पाकर पुलिस और दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंची। आग ग्राउंड फ्लोर की दुकानों, स्क्रैप सामग्री, पार्क किए गए वाहनों में लगी थी, जिसके कारण लोग विभिन्न मंजिलों में फंसे हुए थे। आग भूतल की दुकानों, स्क्रैप सामग्री, पार्क किए गए वाहनों, वाहनों तक ही सीमित थी, जिसके कारण लोग विभिन्न मंजिलों में फंसे हुए थे।
मजीठा रोड पर दवा की फैक्टरी में लगी भीषण आग, महिला समेत चार कर्मचारी जिंदा जले
अमृतसर। अमृतसर में मजीठा रोड स्थित क्वालिटी फार्मास्युटिकल फैक्टरी में गुरुवार को आग लग गई। फार्मास्युटिकल फैक्टरी में हुई आगजनी की घटना में एक किशोर और एक महिला समेत चार कर्मियों की मौत हो गई। फैक्टरी मालिकों ने तुरंत इसकी सूचना फायर ब्रिगेड को दी। वहीं फैक्टरी में आग लगते ही हड़कंप मच गया। अंदर काम करने वाले कर्मचारियों को जहां से रास्ता मिला, वहां से बाहर निकल गए। फायर ब्रिगेड के कर्मचारियों ने करीब आधा दर्जन गाड़ियों की मदद से देर रात आग पर काबू पाया।
परिजनों ने मालिक पर लगाया लापरवाही का आरोप
इसके बाद आग में फंस कर मौत का शिकार हो चुके किशोर कुलविंदर सिंह, रानी, सुखजीत सिंह तथा गुरभेज सिंह के शव बाहर निकाले गए। मृतकों के परिजनों ने फैक्टरी मालिकों पर लापरवाही के आरोप लगाते हुए दवा फैक्टरी के सामने धरना शुरु कर दिया।
घर नहीं लौटे अपने तो फैक्टरी की तरफ दौड़े परिजन
आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है। जब आग लगी तब फैक्टरी के अंदर काफी कर्मचारी काम कर रहे थे। आग लगते ही सभी बाहर की तरफ भागे। फैक्टरी में काम करने वाले लोग जब अपनी छुट्टी के समय के बाद भी घर नहीं पहुंचे तो परिजनों ने फैक्टरी की तरफ दौड़ लगाई। हादसे में मारी गई रानी की बहन ने बताया कि बहन जब छुट्टी के बाद घर नहीं आई तो वे उसे ढूंढते हुए फैक्टरी पहुंचे। यहां आकर पता चला कि आग लगी है और उसकी बहन समेत चार लोगों की जान चली गई है। मारे गए लोगों ने फैक्टरी के मालिकों पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है।