छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
नई दिल्ली 04 नवंबर 2022। भारत ने खालिस्तान की मांग पर कनाडा में एक तथाकथित जनमत संग्रह की योजना बनाने वाली ताकतों के खिलाफ अपनी चिंता दोहराई और कनाडा से उसकी धरती पर भारत विरोधी गतिविधियों को रोकने को कहा।
भारत में आतंकवादी गुटों के रूप में प्रतिबंधित किए गए खालिस्तान समर्थक गुटों को अपने यहां भी आतंकवादी गुट घोषित करना चाहिए। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने बृहस्पतिवार को कहा कि खालिस्तानी तत्वों की पृथकतावादी कार्रवाई और पंजाब में हिंसा के इतिहास से सभी परिचित हैं। भारत कनाडा में उग्रवादी तत्वों के राजनीति से प्रेरित कार्रवाइयों का विरोध करता है। सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) ने टोरंटो के पास मिसिसाउगा में 6 नवंबर को जनमत संग्रह की योजना बनाई है। उन्होंने इससे पहले ऐसा प्रयास ब्रामटन में 18 सितंबर को किया था।
मुक्त व्यापार समझौते को अंतिम रूप देने पर ब्रिटेन के साथ गंभीरता से काम जारी
विदेश मंत्रालय ने कहा कि मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) को अंतिम रूप देने के लिए ब्रिटेन के साथ गंभीरता से बातचीत जारी है। प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा, हम पहले भी बता चुके हैं कि एफटीए को लेकर अंतिम दौर की बातचीत चल रही है और इस पर कोई भी फैसला लेना दोनों देशों के व्यापार मंत्री और उनके अधिकारियों पर निर्भर है। मैं स्थिति पर टिप्पणी नहीं कर सकता और न ही कोई अंतिम तिथि बता सकता हूं। मैं सिर्फ यह बता सकता हूं कि दोनों देश इस मुद्दे पर गंभीरता से काम कर रहे हैं। अप्रैल में दोनों देशों ने एफटीए पर निष्कर्ष के लिए दिवाली तक की समयसीमा तय की थी। लेकिन कुछ कारणों के चलते ऐसा संभव नहीं हो सका।