छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
चंडीगढ़ 15 मार्च 2022। भगवंत मान का शपथ ग्रहण समारोह काफी खास होने वाला है। आम आदमी पार्टी इस शपथ ग्रहण समारोह के जरिए शक्ति प्रदर्शन कर आसपास के राज्यों में चुनावी माहौल बनाने की तैयारी करेगी। हरियाणा और हिमाचल से भी बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं के पहुंचने का दावा किया जा रहा है। समारोह में पूरे पंजाब से दो लाख से अधिक लोगों के आने की उम्मीद है। शहीद स्मारक के पीछे एक लाख लोगों के ठहरने की व्यवस्था है, जबकि स्मारक की भूमि पर साढ़े छह एकड़ क्षेत्र में पांडाल लगाया जाएगा। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सहित पार्टी के अन्य बड़े नेता इस समारोह में शामिल होंगे। समारोह में जगह की कमी न पड़े इसलिए आसपास की कई एकड़ फसल को काटकर उसके मुआवजा देने का भी एलान कर दिया गया है। पंजाब के मुख्य सचिव के नेतृत्व में 18 उच्चाधिकारियों की विशेष बैठक में राजस्व विभाग को निर्देश दिया गया है कि खटकड़कलां में 16 मार्च को होने वाले शपथ ग्रहण समारोह के लिए ढाई करोड़ रुपये जारी किए जाएं। साथ ही कार्यक्रम में राज्य के सभी जिलों से पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों के खटकड़कलां आने-जाने के लिए बसों की व्यवस्था की जाए। राजस्व विभाग ने इस काम के लिए सभी जिला प्रशासन को 2-2 लाख रुपये जारी कर दिए हैं।
बैठक में नागरिक उड्डयन विभाग को भी आदेश दिए गए कि समारोह में आने वाले वीवीआईपी की हवाई यात्रा के लिए आवश्यक हेलीपैड आदि की व्यवस्था की जाए। विशेष बैठक में यह भी फैसला लिया गया कि 13 मार्च को अमृतसर में आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान के रोड शो पर हुए खर्च के लिए भी राजस्व विभाग अमृतसर जिला प्रशासन को 15 लाख रुपये जारी करे। बताया गया कि प्रबंधकीय विभाग इस अतिरिक्त राशि को संशोधित बजट अनुमान 2021-22 के बजट अनुबंध में शामिल करेगा।
किसानों की 100 एकड़ फसल काटी
भगवंत मान के शपथग्रहण समारोह के लिए किसानों की 100 एकड़ फसल काटी गई। हालांकि इसके बदले में किसानों को मुआवजा भी दिया जाएगा। प्रशासन का कहना है कि पार्किंग के लिए जगह की जरूरत थी, इसलिए फसल काटनी पड़ी। मुआवजे को लेकर किसानों में कोई नाराजगी नहीं है। 16 मार्च को शहीद भगत सिंह के पैतृक गांव खटकड़कलां में भगवंत मान मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। एसडीएम बंगा नवनीत कौर ने बताया कि इस आयोजन में हजारों लोग पहुंचेंगे। समारोह में पहुंचने वाली गाड़ियों को खड़ी करने के लिए उपयुक्त जगह की जरूरत थी। इसलिए अलग-अलग पार्किंग बनाई जा रही है। पहले 40 एकड़ जगह खाली करवाई गई थी लेकिन बाद में 60 एकड़ में गेहूं व अन्य फसल को और काटना पड़ा।
उन्होंने बताया कि पार्किंग के अलावा आयोजनस्थल के आसपास वाली जमीन पर भीड़ बढ़ने पर लोगों के बैठने की व्यवस्था की जाएगी, ताकि परेशानी का सामना न करना पड़े। किसानों को प्रति एकड़ करीब 46 हजार का मुआवजा दिया जा रहा है। काटी गई फसल को पशुचारे के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है। इस बारे में किसान सुरजीत सिंह ने बताया कि उन्हें उचित मुआवजा मिला है। क्योंकि फसल भी इतनी ही रकम की निकलती। ऐसे में हमें कोई आपत्ति नहीं है।