छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
इंदौर 13 फरवरी 2022 । कर्नाटक के बाद अब मध्य प्रदेश में हिजाब विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। हिजाब को लेकर संस्कृति बचाव मंच ने चेतावनी दी है कि यदि स्कूल-कालेज में हिजाब पहनाया जाएगा, तो हमारे कार्यकर्ता भगवा दुपट्टा और धोती-कुर्ता पहन कर जाएंगे। संस्कृति बचाव मंच के अध्यक्ष पंडित चंद्रशेखर तिवारी ने एक बयान जारी कर कहा कि स्कूल-कॉलेज में ड्रेस कोड ही चलेगा। यदि हिजाब को अनुमति दी तो भगवा भी चलेगा। यदि ड्रेस कोड सभी के लिए है, तो उसका पालन भी सभी करेंगे। यदि स्कूलों में हिजाब पहन कर आएंगे तो हमारे कार्यकर्ता भी भगवा दुपट्टा और धोती-कुर्ता पहन कर जाएंगे।
तिवारी ने कहा कि देश में एक विधान, एक निशान और एक प्रधान ही चलेगा। ना कि कोई शरियत का कानून। उन्होंने कहा कि यदि ऐसा ही चला तो फिर हिंदुस्तान में संविधान की आवश्यकता क्या है। चंद्रशेखर तिवारी ने कहा कि संस्कृति बचाव मंच स्कूल शिक्षा मंत्री के बयान का भी समर्थन करता है।
बता दें मध्य प्रदेश में स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार के हिजाब पर प्रतिबंध लगाने के बयान पर राजनीति गरमा गई थी। कांग्रेस ने उनके बयान का विरोध कर भाजपा को गोड़से की विचारधारा नहीं चलने देने की चेतावनी दी थी। हालांकि बाद में सरकार के हिजाब पर प्रतिबंध का कोई प्रस्ताव विचाराधीन नहीं होने और स्कूल शिक्षा मंत्री ने उनके बयान को गलत तरीके से पेश करने की बात कह कर मामले को शांत करने का प्रयास किया था। वहीं, इस मामले में मुस्लिम धर्मगुरुओं ने भी सामने आ कर हिजाब के समर्थन में बयान दिया था।