छत्तीसगढ़ रिपोर्टर / मो. साजिद खान
सरगुजा संभाग 12 अक्टूबर 2022। इसमे कोई दो राय नही है कि छत्तीसगढ़िया ओलंपिक को राज्य के नगरीय निकायों और पंचायतों में आयोजन करवा करके मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बच्चों , नौजवानो , महिलाओं और उम्रदराज खिलाडियों में उत्साह और उमंग भर दिया है। लेकिन राज्य मे पहली बार खेल एवं युवा कल्याण विभाग के द्वारा आयोजित इस छत्तीसगढ़िया ओलंपिक में आदिवासी खिलाड़ी अपनी पारम्परिक तीरंदाजी का जौहर दिखाने से महरूम रह गए।
तीरंदाजी इस प्रतियोगिता का हिस्सा नही हो सकी !
आदिवासी क्षेत्रों की पंचायतों में जानकारी लेने पर यह बात निकल कर सामने आई कि विशेष पिछड़ी जनजाति पंडो और अन्य जनजातियों के लिए गिल्ली डंडा , पिटटूल , संखली , लंगडी दौड़ , कबड्डी , खोखो , रस्साकसी , बांटी , बिल्लस , फूगडी , गेडी दौड , भंवरा , 100 मी. दौड और लंबी कूद के अलावा उनके जीवन शैली की पारम्परिक अचूक निशानेबाज तीरंदाजी को इस आयोजित छत्तीसगढ़िया ओलंपिक प्रतियोगिता में शामिल नही करने को लेकर कहा जा सकता है कि इनकी प्रतिभा चूक का शिकार हो गई। क्योंकि तीरंदाजी को प्रतियोगिता में शामिल करना या नही करना खेल एवं युवा कल्याण विभाग के अधिकारियों के सोंच पर निर्भर करता है। क्योंकि राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर के ओलंपिक में तीरंदाजी मे बहुत सी प्रतिभाएं पुरस्कृत होती हैं। इस छत्तीसगढ़िया ओलंपिक यदि तीरंदाजी भी प्रतियोगिता मे शामिल रहती तो सरगुजा संभाग और बस्तर संभाग के आदिवासी खिलाडियों के लिए अपनी पारम्परिक उडती हुई चिरई की अचूक निशानेबाजी वाली तीरंदाजी प्रतिभा को दिखाने का सुनहरा अवसर मिलता।
आयोजन स्तर और समन्वय
छत्तीसगढ़ के पारम्परिक खेल गतिविधियों को ग्रामीण एवं नगरीय क्षेत्रों में प्रोत्साहित करने , प्रतिभागियों को मंच प्रदान करने उनमें खेलों के प्रति जागरूकता बढाने और खेल भावना का विकास करने हेतू राज्य शासन के खेल एवं युवा कल्याण विभाग द्वारा छत्तीसगढ़िया ओलपिंक 2022-23 का आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता में महिला एवं पुरूष वर्ग दोनो प्रतिभागी बने। जिसमें 18 वर्ष तक , 18 वर्ष से 40 वर्ष 40 वर्ष से अधिक उम्र के सभी खिलाड़ियों कओ आमंत्रित किया गया। परस्पर विजेता प्रतिभागी समूह / प्रतिभागी के प्रतिस्पर्धा के लिये आयोजन स्तर राजीव युवा मितान क्लब 6 अक्टूबर से 11 अक्टूबर (प्रतियोगिता हो चुकी) , जोन ( 08 क्लब को मिलाकर 1 जोन ) 15 अक्टूबर से 20 अक्टूबर , विकासखंड/ नगरीय क्लस्टर स्तर 27 अक्टूबर से 10 नवम्बर , जिला स्तर 17 नवम्बर से 26 नवम्बर , संभाग स्तर 5 दिसम्बर से 14 दिसम्बर और फिर आखिर में राज्य स्तर पर 28 दिसम्बर से 6 जनवरी 2023 तक रखा गया है। इस खेल विधा में राज्य स्तर पर प्रत्येक आयु वर्ग मे दलीय प्रथम के लिए १० हजार और एकल प्रथम के लिए 1 हजार राशि का पुरूस्कार रखा गया है। छत्तीसगढ़िया ओलंपिक के इस आयोजन में राज्य स्तर के समन्वय समिति मे अध्यक्ष मुख्य सचिव तथा सदस्य पुलिस महानिदेशक , अपर मुख्य सचिव खेल एवं युवा कल्याण विभाग , अपर मुख्य सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग , प्रमुख सचिव उद्योग एवं वाणिज्य विभाग , सचिव वित्त विभाग , सचिव खेल एवं युवा कल्याण विभाग , सचिव नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग , संचालक जनसंपर्क होंगे।
विधायकों और अधिकारियों ने प्रतियोगिता में हिस्सा लेकर पुरूष और महिला खिलाडियों का किया उत्साहवर्धन
इस छत्तीसगढ़िया ओलंपिक की शुरूआत में ही एमसीबी जिले के दोनो विधायकों ने अपने अपने विधानसभा क्षेत्रों मे कबड्डी और गिल्ली डंडा खेल में हिस्सा लिया। भरतपुर-सोनहत विधायक के साथ पुलिस अधीक्षक और एमसीबी कलेक्टर और एसपी भी पीछे नही रहे उन्होने भी कछौड ग्राम में गिल्ली डंडा खेलने में हाथ आजमाया और सब खिलाडियों का उत्साह वर्धन किया । कोरिया जिले में कलेक्टर और सीईओ जिला पंचायत ने भी इस छत्तीसगढ़िया ओलंपिक में सब खिलाड़ियों का उत्साह वर्धन किया।
एक पुरानी चर्चित घटना
कुछ साल पहले कि एक चर्चित घटना है कि इसी एमसीबी जिले में जब यह कोरिया जिला हुआ करता रहा। एक गांव में एक आरोपी को पकड़ने के लिए उस गाँव में पुलिस बल को एक या दो दिन घेरा डालना पड़ा था क्योकि वह आरोपी सिर्फ अचूक तीरंदाजी का उपयोग कर रहा था। तीरंदाज आरोपी को पकडने के दौरान एक पुलिस अफसर घायल भी हो गए थे।
बहरहाल छत्तीसगढ़िया ओलंपिक में छत्तीसगढ़ी खेलों के साथ यदि तीरंदाजी प्रतियोगिता भी शामिल की जाती तो जंगल से गांव तक बसने वाली विभिन्न आदिवासी जनजातियों के तीरंदाजों को राज्य में प्रतिभा दिखाने का भरपूर अवसर मिलता और इसके आगे उनके सामने नेशनल ओलंपिक भी रहता।