छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
इंदौर 03 दिसम्बर 2021 । मध्य प्रदेश के इंदौर जिले में कोरोना के नए ओमिक्रान के बढ़ते प्रभाव के चलते बैडमिंटन प्लयेर विदेश में फंस चुका है. हालांकि, प्लेयर अपने घर वालो के संपर्क में है लेकिन अब परिवार वाले चाहते है कि वो दक्षिण अफ्रीका से जल्द भारत लौटकर इंदौर पहुंचे लेकिन हवाई उड़ाने बंद होने के चलते ऐसा नही हो पा रहा है. गौरतलब है कि बोत्सवाना में कोरोना वायरस के नवीन स्वरूप ओमीक्रोन का पता चला है जिससे दुनिया भर में महामारी को लेकर नयी चिंताएं उत्पन्न हो गई हैं.
दरअसल, राजधानी इंदौर के एलआईजी कालोंनी में रहने वाले खुशवानी परिवार की खुशी दुख में इसलिए तब्दील हो चुकी है. क्योंकि उनका लाडला इन दिनों दक्षिण अफ्रीका से इंदौर लौटने के लिए संघर्ष कर रहा है.बता दें कि बैडमिंटन खिलाड़ी फिलहाल, बोत्सवाना में फंसा है और उसके परिवार केंद्रीय उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से लेकर खेल मंत्री तक से मदद की गुहार लगा रहे हैं. अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर पाबंदी के चलते बोत्सवाना में फंसे इंदौर के बैडमिंटन प्लेयर प्रियांश खुशवानी (21) के परिवार वाले लाडले की जल्द भारत वापसी चाहते हैं. उन्होंने अब भारत सरकार से मदद की गुहार लगाई है.
उड़ानों पर प्रतिबंधों के चलते बोत्सवाना में फंसा बैडमिंटन खिलाड़ी
बता दें कि अफ्रीका के बोत्सवाना में भी कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रोन की जानकारी सामने आने के बाद उड़ानें बन्द हो गई हैं और इंदौर के कारोबारी दिलीप खुशवानी का बेटा प्रियांश उड़ान बंद होने से फंसा हुआ है. वहीं, पिता दिलीप ने बताया कि बीते 25 से 28 नवंबर के बीच आयोजित अंतरराष्ट्रीय बैडमिंटन प्रतियोगिता में भारत की नुमाइंदगी के लिए बेटा प्रियांश बोत्सवाना गया था. हालांकि सेमीफाइनल में हार हो गई थी लेकिन प्रतियोगिता खत्म होने के बावजूद वो भारत नहीं आ पा रहा है. पिता के मुताबिक 28 नवंबर को बोत्सवाना की राजधानी गैबोरोन से बेटे को कतर एयरवेज की उड़ान से दोहा आना था लेकिन उड़ानों पर प्रतिबंधों के चलते ऐसा नहीं हो सका.
घर की रौनक लौटने की चलते लगाई भारत सरकार से गुहार
इस दौरान पिता ने और प्रियांश ने बीते 3 दिन में गैबोरोन-दोहा की दो उड़ानों में टिकट बुक किए लेकिन प्रतिबंधों के चलते उड़ानें भी रद्द हो गईं. वहीं, पिता का कहना है कि उनके बेटे को दोहा से मुंबई होते हुए इंदौर आना था लेकिन ऐसा नहीं हो सका. दिलीप खुशवानी के मुताबिक भारतीय दूतावास उनकी मदद कर रहा है लेकिन उनका बेटा जल्द इंदौर लौटे इसके लिए लगातार भारत सरकार से गुहार लगा रहे हैं. खुशवानी बताते हैं कि उनके बेटे का पहला विदेश दौरा है ऐसे में उसकी जल्दी वतन वापसी के लिए सरकार से गुजारिश कर रहे हैं. ताकि उनके घर की रौनक लौट सके.