मेरठ 03 दिसम्बर 2021 । यूपी टीईटी का पेपर लीक मामले में आरोपियों पर गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी. इसी के साथ दूसरी ओर आरोपियों की संपत्ति भी जब्त की जाएगी. वहीं मामले में बाकी आरोपी जो अभी फरार हैं, उनकी तलाश में टीम लगी है और गिरफ्तारी का प्रयास किया जा रहा है.
सबसे पहले मेरठ एसटीएफ ने शामली के तीन लोगों को यूपी टीईटी परीक्षा का पेपर लीक कराने के मामले में गिरफ्तार किया था. इसके बाद बागपत से एक और अलीगढ़ से दो आरोपियों को अभी तक पकड़ा जा चुका है. सभी के खिलाफ शामली और अलीगढ़ में मुकदमें दर्ज कराए गए हैं. सभी आरोपियों को जेल भेजा जा चुका है. पूरे मामले में आला अधिकारियों के निर्देश पर गैंगस्टर एक्ट की तैयारी की जा रही है. आरोपियों की प्रॉपर्टी को लेकर जांच हो रही है और इसके बाद आरोपियों की संपत्ति भी कर्क की जाएगी. वहीं दूसरी ओर इस मामले में अभी कुछ फरार आरोपियों की तलाश पुलिस और एसटीएफ को है. इस तलाश में लगातार दबिश दी जा रही है.
27 नवंबर को हुई थी रवि, धर्मेंद्र और मनीष की गिरफ्तारी
एसटीएफ मेरठ की टीम ने 27 नवंबर की रात शामली से रवि, धर्मेंद्र और मनीष को गिरफ्तार किया था. आरोपियों के पास से 50 पेपर बरामद किए गए थे. खुलासा हुआ कि इनका साथी बबलू मथुरा में गौरव मलान निवासी टप्पल अलीगढ़ से पेपर पांच लाख रुपए में खरीदकर लाए थे. इसके बाद एसटीएप ने गौरव को पकड़ा तो निर्देश के नाम का खुलासा हुआ. गौरव को एसटीएप ने गिरफ्तार किया है.
संपत्ति की जाएगी कुर्क
शामली पुलिस और अलीगढ़ पुलिस ने पकड़े गए आरोपियों की प्रॉपर्टी की जानकारी इक्ट्ठा करना शुरू कर दिया है. इसके खिलाफ संपत्ति की जांच शुरू कर दी गई है. जानकारी के अनुसार टीईटी पेपर लीकर मामले में एसटीएफ ने गिरफ्तार किए गए गौरव मालान को लेकर बुधवार को शामली पहुंची और कोर्ट में पेश किया था. जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था. टप्पल क्षेत्र के गांव हजियापुर के रहने वाले गौरव मालान से ही शामली के युवकों ने पांच लाख रुपए में टीईटी का पेपर खरीदा था. एसटीएफ मेरठ की टीम ने रविवारको यूपी टीईटी के प्रश्नपत्र को लीक करने के आरोप में शामली क्षेत्र में तीन आरोपी मनीष उर्फ मोमू झाल, धर्मेंद्र बुटराड़ी और रवि पंवार निवासी नाला को गिरफ्तार किया था.