छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
26 अगस्त 2022। छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में 1,320 मेगावाट क्षमता का एक मेगा थर्मल पावर प्लांट स्थापित किया जाएगा। अधिकारियों के मुताबिक समीक्षा बैठक के दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इसकी घोषणा की। एक सरकारी जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि मुख्यमंत्री ने बिजली की भविष्य की मांग को पूरा करने के लिए यहां अपने सरकारी आवास पर राज्य बिजली कंपनियों के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक के दौरान इकाई स्थापित करने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि कोयला आधारित संयंत्र, जो कोरबा जिले में बनेगा, छत्तीसगढ़ में राज्य द्वारा संचालित बिजली उत्पादन कंपनी की सबसे बड़ी सुविधा होगी और इसे अल्ट्रामॉडर्न तकनीक का उपयोग करके बनाया जाएगा। आगे उन्होंने कहा कि एक बार संयंत्र चालू हो जाने के बाद, छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत उत्पादन कंपनी लिमिटेड (सीएसपीजीसीएल) की उत्पादन क्षमता बढ़कर 4,300 मेगावाट हो जाएगी।
प्रस्तावित संयंत्र, जिसमें प्रत्येक में 660 मेगावाट की दो इकाइयाँ होंगी। उन्होंने कहा कि इससे न केवल बिजली की नियमित उपलब्धता सुनिश्चित होगी, बल्कि रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे। सीएसपीजीसीएल के प्रबंध निदेशक एन के बिजोरा ने एक बयान में कहा कि अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग करके संयंत्र स्थापित किया जाएगा जिसके लिए कोरबा पश्चिम में जमीन उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) के साथ आवश्यक अनुमोदन, कोयला और जल आवंटन प्राप्त करने का कार्य त्वरित गति से पूरा किया जाएगा ताकि 2030-31 तक बिजली की मांग में वृद्धि को नई इकाई के माध्यम से पूरा किया जा सके।
जल्द तैयार किया जाएगा डीपीआर
सीएम के निर्देश के बाद प्लांट की स्थापना के लिए सभी स्वीकृतियां, कोयला, पानी की उपलब्धता के साथ ही डीपीआर जल्द तैयार किया जाएगा। जिससे 2030-31 तक बिजली की सप्लाई शुरू की जा सके।
सस्ती होगी बिजली
बताया गया है कि कन्वेयर बेल्ट से कोयला उपलब्धता होने तथा खुद की जमीन पर स्थापित होने वाले सुपर क्रिटिकल प्लांट होने के कारण पैदा होने वाली बिजली सस्ती होने की संभावना है। कोरबा पश्चिम में प्लांट स्थापित करने के लिए मंडल के पास खुद की जमीन उपलब्ध है। परियोजना स्थल पर कोयले की उपलब्धता के लिए संचालित प्लांट के लिए कन्वेयर बेल्ट की सुविधा उपलब्ध है।