छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
कोलकाता 01 अगस्त 2022। झारखंड के कांग्रेस के तीन विधायक के बाद अब झारखंड हाईकोर्ट के सीनियर वकील राजीव कुमार को 50 लाख रुपये कैश के साथ कोलकाता में गिरफ्तार किया गया है। कोलकाता पुलिस का ARS विभाग ने उन्हें हैरिसन स्ट्रीट स्थित बिजनेस कॉम्प्लेक्स से गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि उन्होंने कथित तौर पर कोलकाता के एक व्यवसायी के खिलाफ रांची हाईकोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की थी और पीआईएल को वापस लेने के लिए 10 करोड़ रुपये मांग रहे थे। बातचीत के बाद, एक करोड़ रुपये पर डील पक्की हो गई जिसके लिए 50 लाख रुपये की पहली किस्त का भुगतान किया गया और वहीं कथित तौर पर उन्हें रंगे हाथों पकड़ा गया।
कोलकाता पुलिस ने हमें कोई जानकारी नहीं दी है: रांची पुलिस
रांची पुलिस ने कहा है कि कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में कोलकाता पुलिस द्वारा रांची के रहने वाले वकील राजीव कुमार की गिरफ्तारी की जानकारी दी गई है। कोलकाता पुलिस ने हमें कोई जानकारी नहीं दी है। अधिवक्ता की गिरफ्तारी का हमसे कहीं कोई संबंध नहीं है।
“पीआईएल मैन” के रूप में जाने जाते हैं राजीव कुमार
झारखंड में “पीआईएल मैन” के रूप में जाने जाने वाले कुमार ने हाल ही में एक याचिकाकर्ता शिव शंकर शर्मा की ओर से तीन जनहित याचिकाएं दायर की थीं। दो जनहित याचिकाएं मुख्यमंत्री सोरेन को निर्देशित की गई थीं। इनमें से एक में सोरेन पर खनन विभाग को संभालने के दौरान खुद के नाम खनन पट्टा करने का आरोप लगाया गया है। इनकी जांच वर्तमान में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा की जा रही है।
पूजा सिंघल के खिलाफ जनहित याचिका में भी वकील हैं राजीव कुमार
कुमार एक जनहित याचिका में भी वकील हैं, जिसमें मनरेगा में वित्तीय अनियमितता का आरोप लगाया गया था, जिसके कारण ईडी ने झारखंड खनन सचिव पूजा सिंघल और सोरेन के सहयोगी पंकज मिश्रा को गिरफ्तार किया था।