छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
कोलंबो 04 जुलाई 2022। भीषण आर्थिक संकट से जूझ रहे श्रीलंका में हालात और बिगड़ते जा रहे हैं। देश के पास तेल खरीदने का पैसा नहीं है। इस कारण पेट्रोल डीजल की भारी किल्लत हो गई है। दो सप्तह से बंद स्कूलों को एक सप्ताह और बंद रखा जाएगा। लोगों को घरों से ही काम करने की सलाह दी गई है। श्रीलंका के बिजली व ऊर्जा मंत्री कंचना विजेसेकरा ने कहा है कि ईंधन की खेप मंगाने के उपाय किए जा रहे हैं, लेकिन पैसों की भी कमी है। केंद्रीय बैंक के पास तेल खरीदी के भुगतान के लिए सिर्फ 12.50 करोड़ डॉलर ही हैं। विजेसेकरा ने अनिवासी श्रीलंकाई नागरिकों से अपील की है कि वे अनौपचारिक माध्यमों की बजाय बैंकों के माध्यम से अपनी कमाई स्वदेश भेजें, ताकि विदेशी मुद्रा की कमी दूर करने में मदद मिले।
ईंधन लेकर शुक्रवार को पहुंचा सकता है विमान
ऊर्जा मंत्री विजेसेकरा ने कहा कि ईंधन लेकर एक विमान 40 हजार मीट्रिक टन डीजल लेकर कोलंबो पहुंच सकता है। वहीं, एक अन्य विमान 22 जुलाई को पेट्रोल लेकर पहुंचेगा। ईंधन की कई अन्य खेप भी आने वाली है, लेकिन 58.7 करोड़ डॉलर जुटाने के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं। श्रीलंका पर सात ईंधन आपूर्तिकर्ताओं का लगभग 80 करोड़ डॉलर बकाया है।
आज से तीन घंटे बिजली कटौती
सोमवार से श्रीलंका में तीन घंटे तक बिजली कटौती भी शुरू होगी। बिजली संयंत्रों में पर्याप्त ईंधन नहीं होने और आर्थिक तंगी से कई महीनों से श्रीलंका में बिजली, ईंधन व आवश्यक चीजों की भी भारी कमी है। गत माह ईंधन की कमी के कारण श्रीलंका में स्कूल एक दिन के लिए बंद किए गए थे। शहरी क्षेत्रों में पिछले दो सप्ताह से स्कूल बंद हैं। अब स्कूल शुक्रवार तक बंद रहेंगे। कोई भी देश उधार में ईंधन देने को तैयार नहीं
श्रीलंका पहले से भारी विदेशी कर्ज में डूबा है। उसे कोई भी देश उधार में ईंधन देने को तैयार नहीं है। देश में कुछ ही दिनों का ईंधन बचा है। इसे आवश्यक सेवाओं के लिए रिजर्व रखा गया है। यह स्वास्थ्य सेवाओं, बंदरगाह, आवश्यक परिवहन सेवा और भोजन वितरण के लिए सुरक्षित रखा है।