
छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
नई दिल्ली 27 दिसंबर 2021। भारत ने ओपनर केएल राहुल की धमाकेदार पारी की बदौलत सेंचुरियन टेस्ट में बेहतरीन शुरुआत की। हालांकि, दक्षिण अफ्रीका में खेले गए किसी टेस्ट मैच के पहले दिन भारत का ये सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नहीं है। उसने 2001 में ब्लोमफोंटेन में पहले दिन सात विकेट पर 372 रन बनाए थे। सेंचुरियन टेस्ट के पहले दिन टीम इंडिया ने तीन विकेट पर 272 रन बनाए हैं। दिन के नाबाद बल्लेबाज राहुल के साथ अजिंक्य रहाणे पर टीम के स्कोर में ज्यादा से ज्यादा रन जोड़ने की जिम्मेदारी होगी। पहले दिन भारत की बल्लेबाजी को देखकर यह साफ पता चला कि दोनों ओपनर्स की नजर शुरुआती ओवरों में पिच पर टिकने की थी। जिस बल्लेबाज के शॉट बेहतर लग रहे थे वह आक्रमण करने की जिम्मेदारी उठा रहा था। इसमें मयंक अग्रवाल आगे रहे। उन्होंने उन्होंने शुरुआत में कुछ अच्छे शॉट लगाए और स्कोरबोर्ड को तेजी से आगे बढ़ाया। इससे राहुल को टिकने का मौका मिल गया।
पुजारा और कोहली ने किया निराश
राहुल और मयंक की शतकीय साझेदारी ने आने वाले बल्लेबाजों के लिए राह आसान किया। हालांकि, पुजारा शून्य पर आउट हुए और कोहली अच्छी शुरुआत को बड़ी पारी में नहीं बदल पाए। पुजारा तीन साल तो कोहली दो साल से शतक नहीं लगा सके हैं।
सुबह के सत्र को सावधानी से निकालना
टेस्ट क्रिकेट में आमतौर पर देखा गया है कि सुबह का सत्र तेज गेंदबाजों को रास आता है। सुबह में परिस्थितियां उनके साथ होती हैं। अब राहुल और रहाणे पर यह जिम्मेदारी होगी कि वे कम से कम सुबह के सत्र में विकेट नहीं गिरने दें। ऐसे में टीम इंडिया बड़े स्कोर की बढ़ जाएगी और दक्षिण अफ्रीकी टीम पूरी तरह दबाव में आ जाएगी।
कम से कम 400 से ज्यादा रन तक पहुंचने का प्रयास
सेंचुरियन के रिकॉर्ड को देखें तो यहां पहली पारी का औसत स्कोर 329 रन है। टीम इंडिया अगर 400 रन के करीब पहुंच जाती है तो गेंदबाजों पर से दबाव कम हो जाएगा। मौजूदा स्थिति को देखकर यह लग रहा है कि टीम इंडिया 400 रन के करीब पहुंच जाएगी।
दो सत्रों में बल्लेबाजी करना चाहेगी टीम इंडिया
कप्तान विराट कोहली और कोच राहुल द्रविड़ चाहेंगे कि पहले सत्र को ठीक से खेलने के बाद उनके बल्लेबाज दिन के दूसरे सत्र में भी खेलें और बेहतर प्रदर्शन करें। अगर टीम इंडिया दूसरे दिन दो सत्र तक बल्लेबाजी कर लेती है 400 से ज्यादा रन बनाने में सफल हो जाएगी। फिर अफ्रीकी बल्लेबाजों पर दबाव आएगा।
रहाणे से बड़ी पारी की उम्मीद
राहुल ने तो अपना शतक पूरा कर लिया है, लेकिन सबकी नजर रहाणे पर है। हाल में राहुल के हाथों उपकप्तानी गंवाने रहाणे ने एक साल शतक नहीं लगाया है। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पिछले साल बॉक्सिंग-डे टेस्ट में शतक लगाया था। रहाणे का विदेश में प्रदर्शन शानदार रहा है। वे 40 रन पर नाबाद हैं। ऐसे में टीम को उनसे एक बड़ी पारी की उम्मीद है।