शिवराज के मंत्रिमंडल में शामिल हुए 28 मंत्री, सिंधिया खेमे के 11 मंत्री शामिल, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने दिलाई शपथ

शेयर करे

छत्तीसगढ़ रिपोर्टर

भोपाल 02/07/2020। मध्य प्रदेश में कैबिनेट विस्तार में कांग्रेस से बीजेपी में आए ज्योतिरादित्य सिंधिया का दबदबा दिखा है। 28 मंत्रियों की लिस्ट में 11 मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक मंत्री बने हैं। मंत्रियों के शपथ ग्रहण के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि यह मंत्रिमंडल का नहीं, यह जनसेवकों का गठन है। वहीं कांग्रेस पर निशाना साधते हुए सिंधिया ने कहा कि जो लोग मेरी छवि धूमिल करने की कोशिश कर रहे हैं, वे जान लें ‘टाइगर अभी जिंदा है।’ मध्य प्रदेश की जनता के लिए सदैव सिंधिया परिवार समर्पित रहा है। चाहे राजमाता हों या मेरे पिताजी (माधवराव)। न्याय का रास्ता अपनाना, सच का रास्ता अपनाना सदैव सिंधिया परिवार का संकल्प और प्रण रहा है।

कमलनाथ सरकार पर निशाना साधते हुए सिंधिया ने कहा कि 15 महीनों में भ्रष्टाचार आ आलम रहा। इस दौरान प्रदेश को पूरी तरह से नुकसान पहुंचाने की कोशिश होती रही। मुझे पूर्ण विश्वास है कि शिवराज सिंह चौहान की अगुवाई में जनसेवकों की टीम पूरे मध्य प्रदेश को राष्ट्र पटल स्थापित करने में समर्पित होगी। सौ दिनों में जो शिवराज सिंह ने कोरोना का सामना किया है, उसे निपटाने की कोशिश की है। जिस कोरोना के लिए कमलनाथ ने एक भी बैठक नहीं की अपने कार्यकाल में। आज मैं शिवराज सिंह को साधुवाद करना चाहता हूं कि इस मुश्किल समय में अकेले होकर भी कोरोना का सामना किया, किसानों के हित मे काम किया।

मंत्री पद की शपथ लेने वाले विधायक

1.गोपाल भार्गव (कैबिनेट)
इनका जन्म 1 जुलाई 1952 गढ़ाकोटा में हुआ था। गोपाल भार्गव पिछले शिवराज सरकार में सामाजिक न्याय पंचायत और ग्रामीण विकास मंत्री थे। गोपाल भार्गव 2018 में नेता प्रतिपक्ष मध्यप्रदेश भी रहे हैं। भार्गव को शिवराज का करीबी बताया जाता है।

2. विजय शाह  (कैबिनेट)
विजय शाह मध्य प्रदेश मैं बीजेपी सरकार में पूर्व कैबिनेट मंत्री थे। शाह 2013 में हरसूद निर्वाचन क्षेत्र से चौधरी विधानसभा से विधायक चुने गए और कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली थी। इनका जन्म 1 नवंबर 1962 को हुआ था।

3.जगदीश देवड़ा (कैबिनेट)
जगदीश देवड़ा 2003 में सुवासरा निर्वाचन क्षेत्र से विधायक निर्वाचित हुए और 28 जून 2004 को उमा भारती मंत्रिमंडल में राज्यमंत्री के रूप में शामिल किए गए। इसके बाद देवड़ा को 2004 में बाबूलाल गौर के मंत्रिमंडल में राज्यमंत्री के रूप में शामिल किया गया। इसके बाद 4 दिसंबर 2005 को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के मंत्रिमंडल में भी मंत्री के रूप में शामिल किया गया। जगदीश देवड़ा 2008 में भी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के मंत्रिमंडल में शामिल हुए थे.और एक बार फिर अब उन्हें मंत्रिमंडल में मौका दिया गया है।

4. प्रेम सिंह पटेल (कैबिनेट)
विधायक प्रेम सिंह पटेल मध्यप्रदेश के बड़वानी सीट से विधायक है। प्रेम सिंह पटेल भी शिवराज सिंह चौहान के मंत्रिमंडल में शामिल है। उन्हें भी मंत्री पद में इस बार जगह दी गई है।

5. यशोधरा राजे (कैबिनेट)
मध्य प्रदेश की बीजेपी सरकार में कैबिनेट मंत्री रही है। इनका जन्म लंदन में हुआ था। यशोधरा राजे 1998 से भारतीय जनता पार्टी की सदस्य के रूप में राजनीति में प्रवेश किया था। जीवाजी राव सिंधिया और स्वर्गीय राजमाता राजे सिंधिया की बेटी है। उन्होंने मुंबई के कैथेड्रल और जॉन कौन-कौन ऑन स्कूल फिल्म प्रेसिडेंट कान्वेंट सिंधिया कन्या विद्यालय ग्वालियर से अपने अंतिम 2 सालों की पढ़ाई की। इनके तीन बच्चे हैं।

6.भूपेन्द्र सिंह (कैबिनेट)
मध्य प्रदेश में पूर्व मंत्री रहे हैं। 2013 से दिसंबर 2018 तक व आईटी और परिवहन विभाग के लिए मध्य प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री थे। भूपेंद्र सिंह को शिवराज सिंह चौहान का करीबी बताया जाता है।

7.अरविंद सिंह भदोरिया (कैबिनेट)
एमपी के अटेर से बीजेपी विधायक को भी इस बार मंत्री बनाया जा रहा है। अरविंद सिंह भदोरिया 50 साल के हैं और विंडकेयर डेट से विधायक हैं।

8. एदल सिंह कसाना (कैबिनेट)
मध्य प्रदेश के सुमावली विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं। ये पिछली कांग्रेस की कमल नाथ सरकार में विधायक थे। कांग्रेस को छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे। अब इन्हें भी मध्य प्रदेश की नई सरकार में मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है।

9.ओपी सकलेचा (कैबिनेट मंत्री)
मध्य प्रदेश के जावद से बीजेपी विधायक सकलेचा को भी इस बार मंत्रिमंडल में मौका दिया गया है।

10:बृजेंद्र प्रताप सिंह (राज्य मंत्री)
बृजेन्द्र प्रताप सिंह पन्ना जिले के पवई विधानसभा क्षेत्र से निर्वाचित हुए हैं.।इनको अक्टूबर 2009 में शिवराज सिंह चौहान मंत्रिमंडल में किसान कल्याण एवं कृषि विकास राज्यमंत्री के रूप में शमिल किया गया था।

11.विश्वास सारंग (कैबिनेट मंत्री)
मध्य प्रदेश की पिछली भाजपा सरकार में कैबिनेट मंत्री थे। इस बार भी उन्हें मंत्रिमंडल में मौका दिया गया है। विश्वास सारंग भोपाल के नरेला से विधायक हैं। सारंग ने 2013 से 2018 तक शिवराज सिंह चौहान के कैबिनेट मंत्री के रूप में काम किया है।

12.ऊषा ठाकुर (राज्य मंत्री)
ऊषा ठाकुर इंदौर क्षेत्र के महू से विधायक है। उषा ठाकुर 2013 में इंदौर क्षेत्र से निर्वाचित हुईं। इसके बाद 2018 में विधानसभा में मऊ से चुनाव लड़ी. और अपनी जीत बरकरार रखी।

 13.मोहन यादव (कैबिनेट मंत्री)
डॉ मोहन यादव मध्य प्रदेश के उज्जैन दक्षिण क्षेत्र से विधायक है और पहली बार मंत्रिमंडल शामिल हुए हैं।मोहन यादव 2018 में चुनाव जीतकर विधायक बने हैं। भारतीय जनता पार्टी में सक्रिय नेता है। उन्होंने बीएससी एलएलबी एमए, एमबीएच, पीएचडी राजनीतिक विज्ञान में शिक्षा प्राप्त की है।

14.भारतसिंह कुशवाह (राज्य मंत्री)
भारत सिंह कुशवाह बीजेपी के कद्दावर नेता है. भारत ग्वालियर ग्रामीण सीट से विधायक है। उनकी शैक्षणिक योग्यता 12वीं पास है और पहली बार मंत्री बन रहे हैं।

15.इंदर सिंह परमार (राज्य मंत्री)
शाजापुर के शुजालपुर से विधायक हैं। इनकी शैक्षिक योग्यता एलएलबी है, बीजेपी के सक्रिय नेता है।

16.रामखिलावन पटेल (राज्य मंत्री)
रामखेलावन पटेल मध्य प्रदेश के अमरपाटन विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक हैं। इन्हें भी शिवराज सिंह चौहान के मंत्रिमंडल में मौका दिया गया है।

17.हरदीप सिंह डांग (राज्य मंत्री)
हरदीप सिंह डंग सुवासरा विधानसभा क्षेत्र से विधायक है और हाल ही में कांग्रेस को छोड़कर भाजपा में शामिल हुए हैं। हरदीप सिंह को भी इस बार मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है।

18.रामकिशोर कांवरे (राज्य मंत्री)
मध्यप्रदेश के बालाघाट  के प्रथम वाला से विधायक हैं। इस बार शिवराज सिंह के मंत्रिमंडल के गठन में बीजेपी विधायक को भी शामिल किया गया है।

19.राज्यावर्धन दत्तीगांव (राज्य मंत्री)
मध्यप्रदेश की विधानसभा क्षेत्र बदनावर सीट से कांग्रेस विधायक हैं और हाल ही में भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए हैं। उन्हें भी इस बार मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है।

20.प्रभुराम चौधरी (कैबिनेट)
प्रभु राम चौधरी हाल ही में कांग्रेसी छोड़ भाजपा में शामिल हुए हैं और ज्योतिरादित्य सिंधिया के करीबी बताए जाते हैं। प्रभु राम चौधरी पिछली कांग्रेस सरकार की कमलनाथ में शिक्षा मंत्री थे। सिंधिया के कांग्रेस छोड़ने के बाद भाजपा में शामिल हुए हैं। इनका जन्म 15 जुलाई 1958 को ग्राम माला जिला रायसेन में हुआ है। चौधरी 1985 में पहली बार आठवीं विधानसभा क्षेत्र के सदस्य निर्वाचित हुए थे।

21.इमरती देवी (कैबिनेट) 
डबरा से विधायक हैं। इनको ज्योतिरादित्य सिंधिया का करीबी बताया जाता है। यह 2008 से ही विधायक है। हाल ही में कांग्रेस को छोड़कर भाजपा में शामिल हुई हैं। इमरती देवी पिछली कांग्रेस सरकार में भी मंत्री रही हैं। इमरती देवी का जन्म 14 अप्रैल 1975 को दतिया के चर बरा गांव में हुआ था। इमरती देवी 2008 में तेरी विधानसभा की सदस्य निर्वाचित हुई और 2011 तक पुस्तकालय समिति के सदस्य तथा 2011 से 14 तक महिला एवं बाल को के कल्याण संबंधित समिति के सदस्य रही। इमरती देवी 2013 में दूसरी बार और 2018 में तीसरी बार 15वीं विधानसभा में निर्वाचित हुई। 25 दिसंबर 2018 को मुख्यमंत्री रहे कमलनाथ की सरकार में मंत्री मंडल की शपथ ली थी।

22.प्रद्युमन सिंह तोमर (कैबिनेट) 
ग्वालियर से कांग्रेस के विधायक हैं. इनका जन्म 1 जनवरी 1968 के ग्राम नावी तहसील अंबा जिला मुरैना में हुआ। तोमर ने राजनीति की शुरुआत 1984 से की। तोमर 2008 में पहली बार विधानसभा सदस्य निर्वाचित हुए। तोमर ज्योतिरादित्य सिंधिया के करीबी बताए जाते हैं और हाल ही में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए हैं। उन्होंने पिछली कमलनाथ सरकार में 25 दिसंबर 2018 को मंत्री पद की शपथ ली थी और एक बार फिर भाजपा में शामिल होने के बाद शिवराज सिंह चौहान के मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है.

23.महेंद्र सिसोदिया (कैबिनेट)
महेंद्र सिंह सिसोदिया कांग्रेस को छोड़कर भाजपा में शामिल हुए हैं। सिसोदिया बंबोरी विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस विधायक थे। इन्हें ज्योतिरादित्य सिंधिया का करीबी बताया जाता है। यह पिछली मध्य प्रदेश की कांग्रेस सरकार में श्रम मंत्री रह चुके हैं।

24..बृजेन्द्र यादव (राज्य मंत्री)
यह मध्यप्रदेश के मुंगावली से विधायक हैं और हाल ही में कांग्रेस को छोड़कर भाजपा में शामिल हुए हैं। इन्हें सिंधिया का करीबी बताया जाता है। .बृजेन्द्र  यादव पिछली कांग्रेस सरकार में विधायक रहे। सिंधिया के समर्थक के तौर पर उनके साथ यह भी भाजपा में शामिल हुए थे।

25.सुरेश धाकड़ (राज्य मंत्री)
मध्य प्रदेश में सिंधिया गुट में रहे विधायक सुरेश धाकड़ कांग्रेस के शिवपुरी जिले के पोहरी सीट से विधायक थे और ज्योतिराज सिंधिया के भाजपा में शामिल होने के बाद उनके साथ यह भी भाजपा में शामिल हुए थे।

26. ओपी भदौरिया (राज्य मंत्री)
मध्य प्रदेश की मेहगांव सीट से कांग्रेस विधायक रहे ओपी भदोरिया ज्योतिरादित्य सिंधिया के करीबी हैं और कांग्रेस को छोड़कर भाजपा में शामिल हुए हैं। इन्हें भी शिवराज सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार में मंत्री के रूप में शामिल किया गया है।

27.बिसाहू लाल सिंह (कैबिनेट)
बेचन लाल सिंह कांग्रेस के कद्दावर नेता हुआ करते थे। कांग्रेस से असंतुष्ट होकर सिंधिया के साथ कांग्रेस से इस्तीफा दिया और  भाजपा में शामिल हुए थे। इन्हें भी मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है।

28. गिर्राज दंडोतिया 
विधायक गिर्राज दंडोतिया को भी किया मंत्रिमंडल में शामिल मध्यप्रदेश के मुरैना जिले से विधायक गिर्राज दंडोतिया भी कांग्रेसी विधायक थे और ज्योतिराज सिंधिया के करीबी बताए जाते हैं। उन्हें भी मध्य प्रदेश के नए मंत्रिमंडल के गठन में शामिल किया गया है।

Leave a Reply

Next Post

एसईसीएल की सबसे बड़ी कोयला खदाने गेवरा, दीपका, कुसमुंडा में मजदूर और ट्रेड यूनियनों की हड़ताल आज शत-प्रतिशत सफल रही- वीएम मनोहर

शेयर करे छत्तीसगढ़रिपोर्टर बिलासपुर/कोरबा 2जूलाई 2020। कामर्शियल माइनिंग फैसले के विरोध में कोयला जगत में 2 से 4 जुलाई तीन दिवसीय हड़ताल आज प्रारंभ हो गया है। कोल इंडिया की अनुषांगिक कंपनियों से जो जानकारी आ रही है इसके अनुसार हड़ताल को जबरदस्त समर्थन मिल रहा है। सुबह 5-6 बजे […]

You May Like

आईसीसी ने घोषित किया कार्यक्रम, भारत-पाकिस्तान एक ग्रुप में, इस दिन होगी भिड़ंत....|....तीसरे चरण के मतदान के पूर्व दीपक बैज का दावा पूरे प्रदेश में इंडिया गठबंधन की सरकार बन रही....|....खाना खाने के तुरंत बाद करेंगे ये 7 काम तो होगा सेहत को बड़ा नुकसान....|....शरीर को बीमारियों से लड़ने के लिए तैयार करती है ये खट्टी चीज, खाने को भी लंबे समय तक रखती फ्रेश, खून साफ करने में असरदार....|....भाजपा सभी ग्यारह सीटें जीत रही है : साय....|....शाहरुख ने बताया कब से शुरू होगी अगली फिल्म की शूटिंग....|....35 माओवादियों ने किया सरेंडर, तीन इनामी भी शामिल....|....शहडोल में रेत माफियाओं का आतंक, पुलिसकर्मी की ट्रैक्टर से कुचलकर की हत्या....|....बजरंग पुनिया को लगा बड़ा झटका, NADA ने इस वजह से किया सस्पेंड, खतरे में ओलंपिक की दावेदारी....|....'बेअदबी' के आरोप में युवक की पीट-पीटकर हत्या, पिता का दावा मानसिक रूप से बीमार था बेटा