छत्तीसगढ़रिपोर्टर
बिलासपुर/कोरबा 2जूलाई 2020। कामर्शियल माइनिंग फैसले के विरोध में कोयला जगत में 2 से 4 जुलाई तीन दिवसीय हड़ताल आज प्रारंभ हो गया है। कोल इंडिया की अनुषांगिक कंपनियों से जो जानकारी आ रही है इसके अनुसार हड़ताल को जबरदस्त समर्थन मिल रहा है। सुबह 5-6 बजे से ही एसईसीएल के खदानों में श्रमिक संगठनों के लोगों ने घेराबंदी कर दी थी और एसईसीएल की सबसे बड़ी परियोजना गेवरा, दीपका कुसमुंडा में हड़ताल का भारी असर रहा।
एसईसीएल कुसमुंडा एरिया में सीआईएसएफ और श्रमिक नेताओं के बीच बहस की स्थिति निर्मित हुई। श्रमिक नेता कामगारों से कार्य पर नहीं जाने का आग्रह कर रहे थे। सीआईएसएफ के एक इंस्पेक्टर ने श्रमिक नेताओं को रोकने की कोशिश की। इस पर सीटू के नेता वीएम मनोहर ने आपत्ति की।
सीटू के नेता वीएम मनोहर ने कहा की गिने चुने लोग ही काम पर पहुंचे हैं। लगभग सारे कामगार हड़ताल के समर्थन में हैं और यूनियन का साथ दे रहे हैं। खास बात यह है कि गेवरा, दीपका, कुसमुंडा, कोरबा आदि परियोजना में अधिकारी हड़ताल को अपना मौन समर्थन दे रहे हैं।