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छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
मेरठ 30 अप्रैल 2021। मेरठ के बहसूमा में हस्तिनापुर सीएचसी में तीन घंटे तक शव पड़ा रहा। स्वास्थ्य विभाग संवेदनहीन बना रहा। सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हुआ तो पुलिस को जानकारी दी गई। थाने पहुंचकर परिजनों ने पोस्टमार्टम कराने और कार्रवाई से इनकार कर दिया। परिजनों का कहना है कि बीमारी से मौत हुई है।
मामला गुरुवार सुबह करीब 11 बजे का है। सीएचसी परिसर के एक कोने में चादर में लिपटा शव पड़ा मिला। अस्पताल पहुंच रहे लोगों ने शव को देखा तो भीड़ एकत्र हो गई। लेकिन स्वास्थ्य विभाग ने सुध नहीं ली। लोगों का आरोप है कि करीब तीन घंटे तक शव पड़ा रहा। इस बीच किसी ने सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल कर दी। जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने पुलिस को जानकारी दी। पुलिस मौके पर पहुंची और शव की शनाख्त कराने का प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिली। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
वहीं, देर शाम हस्तिनापुर निवासी सुशील कुमार थाने पहुंचा और मृतक की शिनाख्त अपने चाचा राजेंद्र के रूप में की। पीड़ित परिवार ने पुलिस कार्रवाई से इनकार कर दिया। उनका कहना था कि बीमारी से मौत हुई है। एसओ अशोक कुमार ने कहा कि परिजनों ने कार्रवाई से इनकार कर दिया है। एसपी देहात केशव कुमार का कहना है कि प्रकरण की जांच कराई जाएगी।
कार सवार छोड़कर गए थे शव
हस्तिनापुर सीएचसी प्रभारी डॉ. अंकुर त्यागी का कहना है कि कार सवार कुछ लोग सीएचसी परिसर में शव को रखकर भाग गए थे। स्वास्थ्यकर्मियाें ने उन्हें रोकने का प्रयास किया, लेकिन कार सवार नहीं पकड़े जा सके। इसकी जानकारी पुलिस को दे दी गई थी।
कौन छोड़ गए थे शव, स्वास्थ्य विभाग क्यों रहा चुप
हस्तिनापुर के राजेंद्र का शव करीब तीन घंटे तक लावारिश हालत में रहा। डॉक्टरों का आरोप है कि कार सवार शव छोड़कर गए थे। सवाल है कि कार सवार शव को छोड़कर क्यों गए थे। स्वास्थ्य विभाग ने तीन घंटे तक संवेदनहीनता क्यों बरती। पुलिस को तुरंत जानकारी क्यों नहीं दी गई। एसपी देहात केशव कुमार का कहना है कि जांच कराई जाएगी।