डिजिटल ओलम्पियाड विद्यार्थियों में प्रतिस्पर्धा की भावना विकसित करने का उत्तम माध्यम- मंत्री डॉ. टेकाम
छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
रायपुर 18 फरवरी 2021। स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने कहा है कि डिजिटल ओलम्पियाड विद्यार्थियों में प्रतिस्पर्धा की भावना विकसित करने का उत्तम माध्यम है। इसमें भाग लेकर विद्यार्थी न केवल अपनी क्षमता का विकास करते हैं, बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर अपनी तैयारी के स्तर का भी आंकलन कर पाते हैं। डॉ. टेकाम ने इस आशय के विचार आज नवीन विश्राम गृह रायपुर में आयोजित लोक सेवा केन्द्र (सीएससी) ओलम्पियाड पुरस्कार वितरण समारोह में व्यक्त किए। उन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर कक्षा तीसरी से 12वीं तक के विद्यार्थियों के लिए विविध विषयों पर आयोजित ओलम्पियाड की प्रावीण्य सूची में शामिल छत्तीसगढ़ के 10 प्रतिभाशाली बच्चों को पुरस्कार प्रदान किए।
यह ओलम्पियाड इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय भारत सरकार द्वारा हिन्दी, अंग्रेजी, गणित, विज्ञान, भौतिकी, रसायन आदि विषयों पर कोरोनाकाल में 12 अक्टूबर से 4 नवम्बर तक आयोजित किया गया था। डिजिटल ओलम्पियाड में छत्तीसगढ़ से 11 हजार बच्चों ने अपनी सहभागिता दर्ज की। मंत्री डॉ. टेकाम ने पुरस्कार वितरण समारोह में डिजिटल ओलम्पियाड में सहभागिता निभाने वाले विद्यालयों के प्राचार्यो, शिक्षकों को भी प्रतीक चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया।
स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. टेकाम ने पुरस्कृत बच्चों को बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहा कि कोरोनाकाल में बच्चों का पढ़ाई के प्रति रूझान बनाए रखने के साथ ही उनमें स्वस्थ प्रतिस्पर्धा का विकास करने के लिए लोक सेवा केन्द्र (सीएससी) द्वारा ऑनालाईन डिजिटल ओलम्पियाड का आयोजन किया गया, जो एक सराहनीय प्रयास है। इसमें विद्यार्थी अपने घर पर ही स्वयं से या निकटवर्ती लोक सेवा केन्द्र (सीएससी) में जाकर अपना पंजीयन करा सकते हैं। प्रतियोगिता की तैयारी के लिए पाठ्यक्रम के अनुरूप ऑनलाईन पठन सामग्री भी उपलब्ध होती है। डिजिटल ओलम्पियाड परीक्षा के लिए विद्यार्थियों को अन्यंत्र कही जाने की जरूरत नही होती। वे अपने घर या लोक सेवा केन्द्र से ही परीक्षा में भाग ले सकते हैं।
स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. टेकाम ने छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा वर्तमान शिक्षा प्रणाली अंतर्गत बच्चों को उत्कृष्ट शिक्षा प्रदान कराई जा रही है, जिससे वे विश्व स्तरीय प्रतिस्पर्धा के लिए अपने आप को तैयार कर सकें। बच्चों में विभिन्न विषयों के ज्ञान के साथ ही साथ विविध भाषाओं का भी ज्ञान हो, इस पर जोर दिया जा रहा है, जिससे वे देश के किसी भी भाग में अपनी सेवाएं प्रदान कर सकें। डॉ. टेकाम ने कहा कि पिछले वर्ष लोक सेवा केन्द्र के द्वारा कक्षा तीसरी से 12वीं तक के विद्यार्थियों के लिए आयोजित विभिन्न विषयों की डिजिटल ओलम्पियाड में पूरे देश से 2 लाख 4 हजार बच्चों ने भाग लिया। छत्तीसगढ़ से 11 हजार बच्चों ने अपनी सहभागिता दर्ज की, जो सराहनीय है। उन्होंने कहा कि गत वर्ष की सफलता को देखते हुए इस वर्ष भी ओलम्पियाड का आयोजन किया जा रहा है। विद्यालयों और प्राचार्यो से अपेक्षा है कि अधिक से अधिक विद्यार्थियों को ओलम्पियाड में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करें।
इस अवसर पर लोक सेवा केन्द्र-ई-गर्वनेंस सर्विस इंडिया लिमिटेड के राज्य प्रमुख मदन मोहन राउत ने बताया कि राष्ट्रीय स्तर की इस डिजिटल ओलम्पियाड प्रतियोगिता के लिए पंजीयन कोरोनाकाल में एक अप्रैल से प्रारंभ हुआ। प्रतियोगिता की प्रावीण्य सूची में छत्तीसगढ़ के विद्यार्थी राष्ट्रीय स्तर के 5वें स्थान पर रहे। इसके लिए सभी लोक सेवा केन्द्र के संचालक बधाई के पात्र है। उन्होंने बताया कि इस वर्ष आयोजित होने वाले ओलम्पियाड में राज्य का लक्ष्य 50 हजार रखा गया है।
पुरस्कार वितरण समारोह में जिला जांजगीर चांपा की देवांश सोनी कक्षा तीसरी को हिन्दी विषय में द्वितीय पुरस्कार टेबलेट, धमतरी जिले की साखी कौर खालसा कक्षा तीसरी अंग्रेजी विषय को तृतीय पुरस्कार स्मार्ट फोन, जिला कांकेर की खुशी हलधर कक्षा 5वीं को विज्ञान विषय में द्वितीय पुरस्कार टेबलेट, कक्षा 6वीं की गणित विषय में द्वितीय पुरस्कार टेबलेट, गरियाबंद जिले के दिव्यांस साहू कक्षा 7वीं गणित विषय में प्रथम पुरस्कर लेपटॉप, दुर्ग जिले की सौम्या वर्मा कक्षा 10वीं अंग्रेजी विषय में द्वितीय पुरस्कार स्मार्ट फोन, रायपुर जिले के देवांशु देवांगन कक्षा 11वीं हिन्दी विषय में द्वितीय पुरस्कार टेबलेट, बलरामपुर जिले के चिराग गर्ग कक्षा 11वीं भौतिक विषय द्वितीय पुरस्कार टेबलेट, राजनांदगांव जिले के राजेन्द्र वर्मा कक्षा 12वीं रसायन विषय ने तृतीय पुरस्कार स्मार्ट फोन और धमतरी जिले के ऋषभ त्रिपाठी कक्षा 12वीं भौतिक विषय में प्रथम पुरस्कार लेपटॉप प्रदान किया गया। पुरस्कृत सभी बच्चों को प्रमाण पत्र भी प्रदान किया गया। समारोह में राज्य के विभिन्न जिलों से आए मेधावी छात्र-छात्राएं, प्राचार्य, शिक्षक, लोक सेवा केन्द्र के जिला प्रबंधक भी उपस्थित थे।