छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
आंखों में आसमान की बुलंदियों पर पहुंचने के सपने भरे हैं, तो पैर जमीं पर टिके हैं। ये खूबी है वीएलसीसी फेमिना मिस इंडिया की फर्स्ट रनरअप का ताज जीतने वाली मान्या सिंह की। मान्या ने ब्यूटी क्वीन का ताज तो जीता ही है, साथ ही वो लोगों के दिल जीतना भी खूब जानती हैं।
भले ही फेमिना मिस इंडिया के विजेता के खिताब और ताज से मान्या सिंह चंद कदमों से चूक गई हों, लेकिन इन दिनों हर जगह मान्या सिंह की ही चर्चा है। जिसकी वजह है उनकी कड़ी स्ट्रग्ल और वो जज़्बा जिसने जीत को उनके कदमों में झुका दिया है। जब से मान्या ने वीएलसीसी फेमिना मिस इंडिया की फर्स्ट रनरअप का ताज अपने सिर पर सजाया है तभी से हर जगह उन्हीं की चर्चा है। अब एक बार फिर मान्या ने कुछ ऐसा किया है कि हर कोई उनकी तारीफ करते नहीं थक रहा है।
वीएलसीसी फेमिना मिस इंडिया की फर्स्ट रनरअप का ताज अपने सिर पर सजाए, पिता के ऑटो में बैठी मान्या सिंह की इन तस्वीरों को देख हर कोई उनपर निहाल हुए जा रहा है। एक तरफ मान्या अपने पिता के ऑटो में बैठी हैं तो दूसरी तरफ वो मां के पैर छूती दिख रही है।
दरअसल बुधवार को मान्या सिंह अपने माता-पिता के साथ मुंबई के एक कॉलेज में आयोजित सम्मान समारोह में पहुंची थी। इस कॉलेज में मान्या के साथ उनके माता-पिता का भी सम्मान किया जाना था। मान्या अपने पिता के ऑटो में बैठकर पहुंची। आगे की सीट पर बैठे उनके पिता ओमप्रकाश सिंह ऑटो चला रहे थे, तो वहीं मान्या अपनी मां के साथ पीछे वाली सीट पर बैठी थीं।
अपने हाथों में उन्होने तिरंगा भी लिया हुआ था। सफलता हासिल करने के बाद भी मान्या ने अपने पैर ज़मीं पर टिकाए हुए हैं। मान्या सिंह की इसी सादगी को देख हर किसी के मुंह से सिर्फ तारीफ के शब्द ही निकल रहे हैं।
इसके साथ ही सोशल मीडिया पर एक और वीडियो वायरल हो रहा है। जिसमें मान्या ऑटो से उतरते ही अपनी मां के पैर छूती हैं। मां भी अपनी लाडली को बेहद प्यार से गले लगा रही हैं। मान्या के माता-पिता दोनों ही बेहद इमोशनल दिखे। सम्मान समारोह में मान्या ने अपने सिर पर सजाया ताज अपने माता-पिताां के सिर पर सजा दिया। किसी भी माता-पिता के लिए इससे बड़ा गर्व का क्षण और भला क्या हो सकता है।
आज मान्या जिस मुकाम पर पहुंची है, अपनी उस जीत का श्रेय वो अपने माता-पिता को देती हैं। आपको को बता दें कि मान्या उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले की रहने वाली हैं। उनके पिता ऑटो-चालक हैं। महज़ 14 साल की उम्र में मान्या अपने सपने को पूरा करने के लिए मुंबई चली आई थीं। उनके पीछे-पीछे माता-पिता भी मुंबई पहुंचे थे। मुंबई में मान्या के पिता ऑटो चलाते हैं। तो वहीं, मान्या भी पिज्जा हट में जॉब किया करती थीं।
मीडिया को दिये इंटरव्यू में खुद मान्या ने बताया था कि उनकी पढ़ाई पूरी करने के लिए पिता ने घर के जेवर तक बेच दिये थे। वो खुद भी पिज्जा हट में जॉब किया करती थीं। मान्या ने रैंप वॉक की प्रैक्टिस भी मुंबई की सड़कों पर ही की है। कहना पड़ेगा कि जमीं से उठकर मान्या ने आसमान छूने के लिए उड़ान भरी है।