छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
टीम इंडिया ने ब्रिस्बेन टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया को 3 विकेट से हराकर इतिहास रच दिया। भारत ने ऑस्ट्रेलिया में अपना सबसे बड़ा 328 रन का टारगेट चेज किया और चौथा टेस्ट जीतकर 2-1 से सीरीज अपने नाम कर ली। वहीं टीम इंडिया की इस ऐतिहासिक जीत से बीसीसीआई भी काफी खुश है। भारतीय क्रिकेट बोर्ड के प्रमुख सौरव गांगुली ने टीम के लिए इनाम के तौर पर बोनस का ऐलान किया है।
गांगुली ने ट्वीट कर कहा कि ऑस्ट्रेलिया में जाकर इस तरह से टेस्ट सीरीज जीतना, इसे भारतीय क्रिकेट के इतिहास में हमेशा याद रखा जाएगा। बीसीसीआई ने टीम को पांच करोड़ रुपये का बोनस देने का फैसला किया है। इस जीत की अहमीयत किसी भी संख्या से कई ज्यादा है। दौरे के सभी सदस्यों को बधाई।
गांगुली के अलावा बोर्ड के सचिव जय शाह ने भी ट्वीट कर टीम को बधाई देते हुए बोनस की जानकारी दी। शाह ने लिखा कि यह यादगार है, बीसीसीआई भारतीय टीम को बोनस के रूप में पांच करोड़ रुपये देगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टीम इंडिया (क्रिकेट) को जीत की बधाई और शुभकामनाएं दी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने ट्वीट में लिखते हैं, ‘हम सभी ऑस्ट्रेलिया में भारतीय क्रिकेट टीम की सफलता पर बहुत खुश हैं। उनकी उल्लेखनीय ऊर्जा और जुनून पूरे मैच के दौरान दिखाई दे रही था। उनका इरादा दृढ़ था। वह धैर्य और दृढ़ संकल्पित थे। टीम को बधाई!भविष्य के प्रयासों के लिए शुभकामनाएं।’
पंत मैन ऑफ द मैच रहे
ऋषभ पंत ने 89 रन की नाबाद पारी खेलकर टीम को मैच जिताया। पहली पारी में उन्होंने 23 रन की पारी खेली थी। उन्हें मैन ऑफ द मैच चुना गया। वहीं, ब्रिस्बेन टेस्ट में तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज दोनों पारी में 6 विकेट लिए। दूसरी पारी में उन्होंने 5 विकेट लिए थे, जो उनका बेस्ट प्रदर्शन रहा।
ब्रिस्बेन में तीन दशक बाद हारी ऑस्ट्रेलिया
मेजबान ऑस्ट्रेलिया 32 साल बाद ब्रिस्बेन में पहली बार टेस्ट हारी है। पिछली बार ब्रिस्बेन में नवंबर 1988 में वेस्टइंडीज ने उसे 9 विकेट से हराया था। 1988 के बाद ऑस्ट्रेलिया ने ब्रिस्बेन में 31 टेस्ट खेले थे, जिसमें से 24 जीते और 7 ड्रॉ रहे।
गाबा में पहली बार 300+ रन का टारगेट चेज हुआ
गाबा में पहली बार किसी टीम ने 300+ रन का टारगेट चेज किया है। इससे पहले यहां ऑस्ट्रेलिया ने नवंबर 1951 में वेस्टइंडीज के खिलाफ सबसे बड़ा 236 रन का टारगेट चेज किया था।
भारत की गाबा में पहली जीत
टीम इंडिया ने ब्रिस्बेन के गाबा मैदान पर पहला टेस्ट जीता है। इस टेस्ट से पहले टीम इंडिया ने यहां 6 टेस्ट खेले थे, जिसमें से 5 हारे और एक ड्रॉ हुआ।
ऑस्ट्रेलिया को लगातार तीसरी टेस्ट सीरीज में शिकस्त दी
भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया को लगातार तीसरी बॉर्डर-गावस्कर सीरीज में शिकस्त दी है। इससे पहले भारत ने फरवरी 2017 और दिसंबर 2018 में खेली गई बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में शिकस्त दी थी।
टीम इंडिया ने पिछली बार 2018 में ऑस्ट्रेलिया को उसी के घर में 3-1 से शिकस्त दी थी। टीम की ऑस्ट्रेलिया में यह पहली टेस्ट सीरीज जीत थी। अब यह भारत की ऑस्ट्रेलिया में दूसरी टेस्ट सीरीज में जीत है। भारत ने ऑस्ट्रेलिया में अब तक 13 में से 8 सीरीज हारीं, 2 जीती और 3 ड्रॉ खेली हैं।
भारत ने 16 में से 10 बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी जीतीं या रिटेन कीं
1996 से भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर-गावस्कर सीरीज खेली जा रही है। अब तक भारत ने 16 में से 10 ट्रॉफी जीतीं या रिटेन की हैं। ऑस्ट्रेलिया ने 5 ही सीरीज पर कब्जा जमाया है।
ऑस्ट्रेलिया ने दूसरी पारी में 294 रन बनाए
मैच में ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग करते हुए 369 रन बनाए थे। जवाब में टीम इंडिया सिर्फ 336 रन ही बना सकी। इसके बाद ऑस्ट्रेलिया ने दूसरी पारी में 294 रन बनाए। पहली पारी में ऑस्ट्रेलिया को 33 रन की बढ़त मिली थी। इस आधार पर 328 रन का टारगेट दिया था। इसके जवाब में टीम इंडिया ने 7 विकेट गंवाकर 329 रन बनाते हुए मैच जीत लिया।
टीम इंडिया ने 18 रन पर पहला विकेट गंवाया
टीम इंडिया ने 5वें दिन बिना विकेट के 4 रन से आगे खेलना शुरू किया था। ओपनर रोहित शर्मा और शुभमन गिल संभलकर खेल रहे थे। इस बीच पारी के 9वें ओवर में पैट कमिंस ने भारत को 18 रन पर पहला झटका दिया। रोहित शर्मा 7 रन बनाकर विकेटकीपर टिम पेन के हाथों कैच आउट हुए।
इसके बाद शुभमन गिल और चेतेश्वर पुजारा ने दूसरे विकेट के लिए 114 रन की पार्टनरशिप कर पारी को संभाला। शुभमन 146 बॉल पर 91 रन की पारी खेलकर आउट हुए। टेस्ट करियर में यह उनकी दूसरी फिफ्टी और बेस्ट स्कोर भी है।
पंत ने नाबाद रहते मैच जिताया
ऋषभ पंत 89 रन की नाबाद पारी खेलकर टीम को मैच जिताया। साथ ही वे सबसे कम टेस्ट पारियों में एक हजार रन बनाने वाले पहले भारतीय विकेटकीपर बन गए हैं। इस मामले में उन्होंने पूर्व विकेटकीपर महेंद्र सिंह धोनी को पीछे छोड़ दिया। पंत ने 27 पारियों में यह उपलब्धि हासिल की, जबकि धोनी ने 32 पारी खेली थीं।
भारतीय विकेटकीपर | टेस्ट पारी |
ऋषभ पंत | 27 |
महेंद्र सिंह धोनी | 32 |
फारुख इंजीनियर | 36 |
ऋद्धिमान साहा | 37 |
नयन मोंगिया | 39 |
शुभमन ने तोड़ा गावस्कर का रिकॉर्ड
शुभमन चौथी पारी में फिफ्टी लगाने वाले सबसे युवा भारतीय ओपनर बन गए। उन्होंने पूर्व भारतीय ओपनर सुनील गावस्कर का 50 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया। फिलहाल, शुभमन की उम्र 21 साल और 133 दिन है। वहीं, गावस्कर ने 21 साल और 243 दिन की उम्र में यह उपलब्धि हासिल की थी। पूर्व लेजेंड ने 1970 में वेस्टइंडीज के खिलाफ पोर्ट ऑफ स्पेन में खेले गए टेस्ट में फिफ्टी लगाई थी।