छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
हरियाणा 08 अक्टूबर 2024। जुलाना विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस की विनेश फोगाट ने 6015 वोटों की बढ़त से जीत दर्ज की है। उन्होंने कुल 65080 वोट प्राप्त किए, जबकि भाजपा के कैप्टन योगेश बैरागी को 59065 वोट मिले। विनेश फोगाट की इस जीत को क्षेत्र में कांग्रेस के लिए बड़ी सफलता माना जा रहा है, क्योंकि उन्होंने भाजपा के मजबूत उम्मीदवार को कड़ी टक्कर देते हुए यह जीत हासिल की है। जुलाना विधानसभा क्षेत्र में चल रहे चुनावों में कांग्रेस की उम्मीदवार विनेश फोगाट ने महत्वपूर्ण बढ़त बनाई है। प्रारंभिक नतीजों के अनुसार, वह अपने निकटतम प्रतिद्वंदी को 6354 वोटों से पीछे छोड़ते हुए 11 राउंड के मतगणना में आगे चल रही हैं। विनेश फोगाट की इस जीत की संभावनाओं से उनके समर्थकों में उत्साह का माहौल है। चुनाव परिणामों की घोषणा के बाद से ही उनकी जीत की उम्मीदें और भी बढ़ गई हैं। कांग्रेस पार्टी के अन्य नेता भी इस सफलता को लेकर आशान्वित हैं और यह जीत पार्टी के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण साबित हो सकती है।
निर्वाचन अधिकारी इस समय मतगणना के अंतिम राउंड में जुटे हुए हैं, और सभी की निगाहें अब अंतिम नतीजों पर टिकी हुई हैं। जुलाना क्षेत्र में वोटिंग के दौरान कांग्रेस और अन्य दलों के बीच एक तगड़ी प्रतिस्पर्धा देखी गई, लेकिन विनेश फोगाट की बढ़त ने सभी को चौंका दिया है।
इस चुनावी जीत के साथ ही विनेश फोगाट ने अपने राजनीतिक करियर में एक नया अध्याय जोड़ा है, जो पार्टी के लिए एक महत्वपूर्ण सफलता के रूप में उभरा है। मतगणना के अंतिम नतीजों का इंतजार किया जा रहा है, जिससे यह स्पष्ट होगा कि क्या वह अपने प्रतिद्वंद्वियों को पीछे छोड़कर जीत के साथ अपनी स्थिति मजबूत कर सकेंगी।जींद की जुलाना में मुकाबला जाट बनाम ब्राह्मण पर आकर टिक गया है। पिछली बार 25 हजार वोटों से जीत दर्ज करने वाली कांग्रेस ने इस बार ओलंपियन विनेश फोगाट को प्रत्याशी बनाया है। कांग्रेस विनेश के जाट चेहरे और सेलेब्रिटी स्टेटस को भुनाना चाहती है। दूसरी तरफ भाजपा ने योगेश बैरागी को मैदान में उतारकर ओबीसी वोटों को साधने का प्रयास किया है।
कांग्रेस के बागी डॉ. सुरेंद्र लाठर इनेलो के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। डॉ. सुरेंद्र लाठर ने लगभग तीन साल पहले सामाजिक सरोकार परिवार एक संस्था बनाई थी। इस संस्था की पहुंच जुलाना विधानसभा क्षेत्र के हर गांव और हर घर तक है। ऐसे में वह भी क्षेत्र में खासी पकड़ रखते हैं। विनेश फोगाट और डॉ. सुरेंद्र लाठर जाट समुदाय से हैं। जितने अधिक वोट डॉ. सुरेंद्र लाठर को जाएंगे, विनेश फोगाट को उतना ही नुकसान का अंदेशा है। अब यह मतदाताओं पर निर्भर है कि वह किसके सिर ताज पहनाते हैं। फिलहाल असल मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच ही माना जा रहा है।