
छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
नई दिल्ली 07 जनवरी 2021। कोरोना वायरस को हराने के लिए देश में दो टीकों को मंजूरी मिल चुकी है। इसके बाद राज्यों ने भी अपनी तैयारियां पूरी कर ली हैं। पहले चरण में तीन करोड़ लोगों को वैक्सीन दी जानी है। इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि COVID-19 के टीके ‘कोविशिल्ड’ और ‘कोवाक्सिन’ देश में जल्द उपलब्ध होने वाले हैं। हमारी कोशिश है कि टीके की आखिरी डिलीवरी सुनिश्चित हो।
भारत में कोरोना वैक्सीन को लेकर खड़े हुए कुछ सवालों के बावजूद देश की टीका डिप्लोमेसी (टीका कूटनीति) पर कोई असर नही पड़ा है। बांग्लादेश, म्यांमार, नेपाल, भूटान, श्रीलंका, मालदीव सहित कई पड़ोसी देश भारत के टीके का इंतजार कर रहे हैं। श्रीलंका ने बुधवार को इस संबंध में औपचारिक अनुरोध विदेश मंत्री एस. जयशंकर की यात्रा के दौरान किया।
भारत सार्क के ज्यादातर देशो को टीका उपलब्ध कराने को तैयार है। अफगानिस्तान को भी भारत ‘लाइन ऑफ क्रेडिट’ के जरिए टीका की सहायता उपलब्ध करा सकता है। गौरतलब है कि भारत दुनिया में बनने वाले 60 फीसद टीकों का उत्पादक है। लिहाज़ा सभी बड़ी कंपनियां और टीका बनाने वाले देश टीका के व्यापक उत्पादन के लिए भारत के साथ साझेदारी बनाने में लगे हैं। अधिकारियों ने बताया कि श्रीलंका की सरकार ने औपचारिक रूप से कोविड टीके के लिए भारत की सहायता मांगी है।