
इंडिया रिपोर्टर लाइव
नई दिल्ली 06 अप्रैल 2025। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल की भारतीय स्टार्टअप्स को लेकर की गई टिप्पणी ने बाजार में बातचीत तेज कर दी है। इतना ही नहीं गोयल की टिप्पणी पर जेप्टो के मुख्य कार्यकारी अधिकारी आदित पालीचा की प्रतिक्रिया लगातार चर्चा में है। हालांकि अब केंद्रीय मंत्री की टिप्पणी को भाजपा सांसदों का समर्थन मिल रहा है। भाजपा सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने पीयूष गोयल की टिप्पणी को सही बताते हुए पालीचा के बयान को गलत और गैर-तार्किक बताया है। अखिल भारतीय व्यापारी परिसंघ (सीएआईटी) के महासचिव और सांसद खंडेलवाल ने कहा कि केंद्रीय मंत्री ने भारतीय स्टार्टअप्स के फोकस क्षेत्रों पर जो चिंताएं जताई हैं, वह सही हैं। उन्होंने यह भी कहा कि जेप्टो के सीईओ पालीचा ने रक्षात्मक होने के कारण गोयल की टिप्पणियों का सार समझने से चूक गए।
गोयल के समर्थन में खंडेलवाल का बयान
प्रवीण खंडेलवाल ने जेप्टो को सीईओ के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि नौकरियां पैदा करने और करों का भुगतान करने का दावा करते हुए छोटे किराना स्टोरों को खत्म करने के लिए विदेशी पूंजी खर्च करना कोई नवाचार नहीं है। यह भारत के दीर्घकालिक हितों के खिलाफ है। साथ ही भाजपा सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने कहा कि यह केंद्रीय मंत्री के संदेश के सार को नकारता है। खंडेलवाल ने कहा कि नवाचार को राष्ट्र की सेवा करनी चाहिए, न कि केवल सुविधा। हमें ऐसे स्टार्टअप्स की आवश्यकता है जो वास्तविक समस्याओं का समाधान करें और भारत के भविष्य को आगे बढ़ाने के लिए आधारभूत प्रौद्योगिकियों का निर्माण करें।
पीयूष गोयल ने क्या कहा था?
बता दें कि केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने ‘स्टार्टअप महाकुंभ’ कार्यक्रम में भारतीय खाद्य वितरण स्टार्टअप्स पर सवाल उठाए थे। उन्होंने कहा था कि क्या हम डिलीवरी बॉय और गर्ल्स बनकर खुश रहेंगे? क्या यही भारत की भविष्यवाणी है? यह स्टार्टअप नहीं है, यह सिर्फ उद्यमिता है। साथ ही उन्होंने भारत बनाम चीन: स्टार्टअप रियलिटी चेक’ शीर्षक वाली स्लाइड दिखाते हुए कहा था कि दूसरी ओर, रोबोटिक्स, मशीन लर्निंग, 3डी मैन्युफैक्चरिंग और अगली पीढ़ी की फैक्ट्रियां तेजी से बढ़ रही हैं।
गोयल के बयान के बाद बाजार में गर्माहट
पीयूष गोयल के बयान पर कंई कंपनियों के सीईओ की प्रतिक्रिया आई। इसमें जेप्टो के सीएम आदित पालीचा भी शामिल थे। उन्होंने गोयल के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि अपनी कंपनी के योगदान पर जोर दिया, जिसमें 1.5 लाख नौकरियों का सृजन, 1,000 करोड़ रुपये से ज्यादा का वार्षिक कर और 1 बिलियन डॉलर से अधिक का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) शामिल है।