
छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
जमशेदपुर 29 अप्रैल 2025। झारखंड हाईकोर्ट ने सोमवार को एक ऐसे व्यक्ति की फांसी की सजा को बरकरार रखा, जिसने ओटीटी प्लेटफॉर्म पर क्राइम थ्रिलर देखने के बाद प्रेरित होकर अपनी पत्नी और दो बेटियों समेत चार लोगों की हत्या कर दी थी। जस्टिस रोंगोन मुखोपाध्याय और अरुण कुमार राय की खंडपीठ ने इसे भयावह मामला करार देते हुए फास्ट ट्रैक कोर्ट, जमशेदपुर के विशेष न्यायाधीश द्वारा 1 अप्रैल, 2023 को सुनाई गई फांसी की सजा को सही ठहराया। बता दें कि आरोपी दीपक कुमार जमशेदपुर का रहने वाला था और एक निजी कंपनी में काम करता था। उसकी पत्नी का नाम वीणा देवी था और उनकी दो नाबालिग बेटियां थीं। विशेष लोक अभियोजक विनीति कुमार वशिष्ठ ने बताया कि दीपक ने दो ओटीटी क्राइम थ्रिलर देखकर हत्या करने की योजना बनाई थी और हथौड़े से वार कर सबकी जान ली। 12 अप्रैल, 2021 को दीपक ने पहले सो रही अपनी पत्नी को हथौड़े से मारकर हत्या कर दी। फिर वह अपनी बेटियों के कमरे में गया, उन्हें भी हथौड़े से मारा और तकिये से दबाकर उनका दम घोट दिया।
तीनों की हत्या के बाद दीपक अपने बिजनेस पार्टनर रोशन का इंतजार कर रहा था, जिसे उसने लंच पर बुलाया था। वह रोशन की भी हत्या करना चाहता था, क्योंकि दोनों के बीच कारोबारी विवाद था। लेकिन इसी बीच दीपक की छोटी बेटी की ट्यूशन टीचर घर पढ़ाने आई। घर में शव देखकर उसने शोर मचाया, तो दीपक ने उसकी भी गला घोंटकर हत्या कर दी और उसके साथ दुष्कर्म भी किया।
बाद में जब रोशन अपनी पत्नी और भाई के साथ दीपक के घर पहुंचा, तो दीपक ने दोनों पुरुषों पर हथौड़े से हमला किया, लेकिन वह काबू में आ गया। रोशन की पत्नी किसी तरह भागकर बाहर गई और मदद के लिए चिल्लाई। इसी दौरान दीपक मौके से फरार हो गया। जांच में पता चला कि दीपक ने पत्नी के गहने बेच दिए थे। गहनों की बिक्री के बाद उसने अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स भी डिलीट कर दिए और बाइक से भाग निकला। दीपक के खिलाफ उसके साले ने केस दर्ज कराया था। पुलिस ने उसकी बैंक ट्रांजैक्शन ट्रेस कर उसे धनबाद से गिरफ्तार किया।