छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
नई दिल्ली 19 जनवरी 2025। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को मन की बात कार्यक्रम में चुनाव आयोग की सराहना की। पीएम मोदी ने कहा कि चुनाव आयोग ने तकनीक की शक्ति का उपयोग करके लोगों की शक्ति को मजबूत किया। साथ ही निष्पक्ष मतदान प्रक्रिया के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जताई। प्रधानमंत्री मोदी ने 25 जनवरी को होने वाले राष्ट्रीय मतदाता दिवस पर चुनाव आयोग की स्थापना के बारे में बताया। वहीं विपक्ष लगातार चुनाव आयोग के भाजपा समर्थक होने का आरोप लगा रहा है। पीएम मोदी ने कहा कि चुनाव आयोग ने समय-समय पर चुनाव प्रक्रिया को आधुनिक और मजबूत बनाया है। आयोग ने लोगों की शक्ति को मजबूत करने के लिए तकनीक की शक्ति का उपयोग किया। मैं देशवासियों से कहूंगा कि वो ज्यादा-से-ज्यादा संख्या में अपने मत के अधिकार का उपयोग करें और देश की लोकतांत्रिक प्रक्रिया का हिस्सा भी बनें और इस प्रकिया को सशक्त भी करें। प्रधानमंत्री ने कहा कि देश के स्वतंत्र होने के बाद से एक लोकतंत्र के रूप में भारत की व्यावहारिकता पर संदेह जताया गया, लेकिन देश ने उन्हें गलत साबित कर दिया। आखिरकार भारत लोकतंत्र की जननी है।
तीसरे रविवार को हुआ आयोजन
पीएम मोदी ने कहा कि हर बार मन की बात महीने की आखिरी रविवार को होती है, लेकिन इस बार हम चौथे रविवार के बजाय तीसरे रविवार को ही मिल रहे हैं, क्योंकि अगले सप्ताह रविवार के दिन ही गणतंत्र दिवस है, मैं सभी देशवासियों को गणतंत्र दिवस की अग्रिम शुभकामनाएं देता हूं। इस बार का ‘गणतंत्र दिवस’ बहुत विशेष है। ये भारतीय गणतंत्र की 75वीं वर्षगांठ है। इस वर्ष संविधान लागू होने के 75 साल हो रहे हैं। मैं संविधान सभा के उन सभी महान व्यक्तित्वों को नमन करता हूं, जिन्होंने हमें हमारा पवित्र संविधान दिया।
संबोधनों के सुनाए अंश
मन की बात कार्यक्रम में पीएम मोदी ने बाबासाहब भीमराव आंबेडकर, राजेंद्र प्रसाद और श्यामा प्रसाद मुखर्जी के पुराने संबोधनों के कुछ अहम अंश भी सुनाए। पीएम मोदी ने कहा कि मैं संविधान सभा के सभी महान व्यक्तित्वों को नमन करता हूं, उन्होंने हमें पवित्र संविधान दिया। संविधान सभा के सदस्यों के विचार, वाणी हमारी बहुत बड़ी धरोहर है।
महाकुंभ पर की भी बात
प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ पर बात करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि हजारों वर्षों से चली आ रही इस परंपरा में कहीं भी कोई भेदभाव नहीं, जातिवाद नहीं। इसमें भारत के दक्षिण से लोग आते हैं, भारत के पूर्व और पश्चिम से लोग आते हैं। कुंभ में गरीब-अमीर सब एक हो जाते हैं। इस समागम में युवाओं की बड़ी भागीदारी नजर आ रही है। इससे सभ्यता की जड़ें मजबूत होंगी और स्वर्णिम भविष्य तय होगा। इस आयोजन की वैश्विक लोकप्रियता प्रत्येक भारतीय के लिए गर्व की बात है।