छत्तीसगढ़ रिपोर्टर
नई दिल्ली 18 जून 2024। 18वीं लोकसभा के स्पीकर पद के लिए जोड़-तोड़ शुरु हो गया है। दरअसल में 26 जून को लोकसभा स्पीकार का चुनाव होने वाला है, ऐसा कहा जा रहा है भाजपा अपना ही उम्मीदवार उतारने वाली है। दूसरी तरफ इंडिया गठबंधन ने भी एन.डी.ए. से डिप्टी स्पीकर का पद मांग लिया है। यहां तक कहा गया है कि अगर बात नहीं मानी गई तो स्पीकर पद के लिए भी विपक्ष अपना उम्मीदवार उतार देगा। हाल ही में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के आवास पर एनडीए की एक अहम बैठक हुई है। उस बैठक में लोकसभा स्पीकर के चुनाव को लेकर गहन मंथन हुआ है। पहले अटकलें लगाई जा रही थी कि जनता दल यूनाइटेड (जदयू) और तेलुगु देशम (टी.डी.पी.) स्पीकर पद पर दावा ठोक सकते हैं, लेकिन अब दोनों दल भी भाजपा का समर्थन कर रहे हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक स्पीकर के चुनाव में विपक्ष भी अपना उम्मीदवार खड़ा कर सकता है। भाजपा के नेतृत्व वाले एन.डी.ए. ने 293 सीटों पर जीत हासिल की है, जबकि इंडिया ब्लॉक को 234 सीटें मिली हैं। सूत्रों के हवाले से एक मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि विपक्षी दलों को डिप्टी स्पीकर का पद नहीं दिया गया तो वे स्पीकर पद के लिए अपना उम्मीदवार खड़ा कर सकते हैं। इस संबंध में अंतिम निर्णय संसद सत्र शुरू होने से पहले लिया जाएगा।
पांच साल से खाली डिप्टी स्पीकर का पद
लोकसभा चुनाव 2024 में इंडिया ब्लॉक (विपक्ष) की सीटें बढ़ने के साथ ही 10 साल बाद निचले सदन को विपक्ष का नेता भी मिलेगा। साथ ही विपक्ष उपाध्यक्ष पद के चुनाव की भी उम्मीद कर रहा है। बता दें कि पिछले पांच साल से उपाध्यक्ष का पद खाली है। 17वीं लोकसभा में पांच साल तक उपाध्यक्ष का पद रिक्त रहा है। साथ ही यह दूसरी बार था जब सदन में कोई नेता प्रतिपक्ष नहीं था। आमतौर पर उपाध्यक्ष का पद विपक्ष को दिया जाता है। विपक्ष के एक नेता का कहना है कि वे इसके लिए सदन में दबाव बनाएंगे कि इस बार उपाध्यक्ष का पद खाली न छोड़ा जाए। जदयू के नेता केसी त्यागी ने कहा है कि उनकी पार्टी और तेलुगु देशम पार्टी (टी.डी.पी.) भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन का हिस्सा हैं और लोकसभा अध्यक्ष पद के लिए भाजपा द्वारा नामित उम्मीदवार का समर्थन करेंगे। त्यागी ने कहा, जदयू और टी.डी.पी. मजबूती से एन.डी.ए. में हैं। हम भाजपा द्वारा स्पीकर के लिए नामित व्यक्ति का समर्थन करेंगे।
सहयोगी पार्टियों को अध्यक्ष चाहते हैं विपक्षी दल
उनसे कुछ विपक्षी नेताओं की टिप्पणियों के बारे में पूछा गया था कि नया लोकसभा अध्यक्ष टी.डी.पी. या जदयू से हो सकता है। इस पर उन्होंने कहा कि भाजपा केंद्र में अपने सहयोगियों के साथ गठबंधन सरकार का नेतृत्व कर रही है। टी.डी.पी. और जदयू एन.डी.ए. के साथ हैं। आम आदमी पार्टी ने एन.डी.ए. के घटक टी.डी.पी. और जदयू से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि लोकसभा अध्यक्ष दोनों पार्टियों में से एक हो। आप ने कहा कि यह उनके साथ-साथ संविधान और लोकतंत्र के हित में होगा।
राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आरोप लगाया कि अगर भाजपा लोकसभा अध्यक्ष का पद अपने पास रखती है तो उसके गठबंधन सहयोगी टी.डी.पी. और जदयू को अपने सांसदों की खरीद-फरोख्त के लिए तैयार रहना चाहिए।
24 जून को शुरू होगा सत्र
बता दें कि 18वीं लोकसभा का पहला सत्र 24 जून को शुरू होगा और 3 जुलाई को समाप्त होगा। 9 दिवसीय विशेष सत्र के दौरान लोकसभा अध्यक्ष का चुनाव किया जाएगा और नए संसद सदस्य (सांसद) शपथ लेंगे। इस बीच, राज्यसभा का 264वां सत्र 27 जून से 3 जुलाई 2024 तक आयोजित किया जाएगा। 2014 के बाद यह पहला संसद सत्र है, जिसमें भाजपा कम ताकत के साथ सत्ता में लौटी है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 27 जून को दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करेंगी।
वह अगले पांच वर्षों के लिए नई सरकार के रोडमैप की रूपरेखा तैयार कर सकती हैं। राष्ट्रपति के अभिभाषण के बाद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संसद में अपने मंत्रिपरिषद का परिचय कराने की उम्मीद है। सत्र के पहले तीन दिनों के दौरान नवनिर्वाचित सांसद शपथ लेंगे और लोकसभा अध्यक्ष का चुनाव करेंगे। विपक्ष के पास लंबे समय के बाद 230 से अधिक सदस्यों की सबसे बड़ी ताकत है, और लोकसभा में 99 सांसदों वाली कांग्रेस पहले से शेयर बाजार घोटाले का आरोप लगाकर और एन.ई.ई.टी. परीक्षा में कथित अनियमितताओं को लेकर सरकार पर हमलावर है। इससे आगामी संसद सत्र के हंगामेदार होने की पूरी संभावना है।